अपहृत ठेकेदार का बेटा चंद घंटों में रायबरेली में मिला
नोएडा से आए ठेकेदार के बेटे मयंक का बुधवार को कंस्ट्रक्शन साइट से अपहरण कर लिया गया। सूचना पाते ही पुलिस अलर्ट हो गई। घटना के पांच घंटे के अंदर ही अपहरण कर्ताओं की गाड़ी को रायबरेली में ट्रैस किया गया। अपहरण कर्ताओं को पकड़ लिया गया वहीं मयंक भी पुलिस को सुरक्षित मिल गया। घटना की पूछताछ की जा रही है।
मामला जिले के मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के बीकापुर में निर्माणाधीन 220-132 केवीए पावर हाउस के पास बुधवार दोपहर का है । इटियाथोक मंदिर के पास पावर हाउस का निर्माण हो रहा है। केएल कंट्रोक्शन कंपनी काम करा रही है। नोएडा के जेबर निवासी राजकुमार अग्रवाल इसके ठेकेदार हैं ।
उनके साथ ही उनका पुत्र मयंक अग्रवाल भी काम देखता है। वह पुत्र के साथ नोएडा से आए थे और 31 अगस्त को खुद नोएडा लौट गए। मयंक काम करा रहा था। बुधवार की सुबह मंदिर के पास जेसीबी चल रही थी। मौके पर मौजूद कानपुर कि बिल्हौर निवासी हरीनिवास कटियार के अनुसार मंदिर के पास सुबह से ही एक गाड़ी खड़ी थी। जिसमें छह लोग थे, तीन लोग गाड़ी में बैठे थे, जबकि तीन लोग बाहर घूम रहे थे। मयंक जैसे ही जेसीबी की तऱफ गया,गाड़ी सवार लोगों ने उसे कार में पकड़कर डाल लिया और फिर फरार हो गए। उसने शोर मचाया तो आसपास के लोग आए। पुलिस को सूचना मिली तो फोर्स पहुंची और हरदोई उन्नाव की सीमा सील कर पुलिस ने वाहनों की तलाशी शुरू कर दी।
नाकाबंदी में पकड़े गए किडनैपर
पुलिस की नाकाबंदी करने के बाद हरदोई से अपह्रत ठेकेदार के पुत्र मयंक अग्रवाल को मिर्जापुर की ओर जा रहे सात बदमाशों को पुलिस ने ऊंचाहार में पकड़ लिया। यह सभी इको स्पोर्ट गाड़ी पर सवार थे। पुलिस ने बताया कि तलाशी में कोई भी असलहा नही मिला है। हरदोई की टीम भी वहां पहुंच गई है। करीब तीन बजे पुलिस ने मयंक को अपहर्ताओं से छुड़ा लिया।सूचना पर हरदोई की टीम ऊंचाहार रवाना हो गई। एसपी अमित कुमार ने बताया कि मयंक से पूंछताछ के बाद ही स्थिति होगी साफ। पुलिस ने दर्ज किया है मामला।