मांझा से हो रहे नुकसान को लेकर रेल कॉर्पोरेशन ने दर्ज कराई FIR
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने चाइनीज मांझा से आए दिन हो रहे नुकसान को देखते हुए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ महानगर कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई है। यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के निदेशक सुशील कुमार का कहना है कि चाइनीज मांझा और अन्य धातु के तार से मेट्रो के ऊपर 25 हजार वोल्ट की ओवर हेड लाइन सिस्टम को नुकसान पहुंचता हैं। प्रतिबंध के बावजूद चाइनीज तार व मांझे की बिक्री बदस्तूर जारी है। पतंग उड़ाने वाले अभी भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इन तारों के कारण मेट्रो सेवा बाधित होने की हालिया घटनाओं को देखते हुए रिपोर्ट दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की है।
बता दें, चाइनीज मांझा के खरीद फरोख्त पर प्रतिबंध है। लखनऊ मेट्रो ने वर्ष 2019 में पांच एफआइआर चाइनीज मांझे व तार को लेकर सिंगार नगर, मानक नगर व हुसैनगंज थाने में दर्ज करा चुका है।
चाइनीज तार व मांझा क्या करता है नुकसान
- पतंग में बंधे मांझे व तार के साथ शॉर्ट सर्किट होता है और 25000 वोल्ट कैटेनरी तार टूट जाता है
- मेट्रो के ऊपर लगा ओवर हेड इलेक्ट्रिक वायर यानी ओएचई के संपर्क में आने से पूरी लाइन ट्रिप हो जाती है
- कभी-कभी ट्रेन की छत और चाइनीज तार व मांझे के बीच शॉर्ट सर्किट से मेट्रो की क्षत भी क्षतिग्रस्त हो जाती है
- पतंग का तार व मांझा ट्रेन की छत पर लगाए गए एसी में फंसने से एसी सिस्टम के लिए नुकसानदायक
- तार व मांझा मेट्रो के शुरुआती कोच के ऊपर लगे पैंटोग्राफ में उलझ जाते हैं, इससे भी मेट्रो खड़ी हो जाती है।