मोदी आज करेंगे आगरा मेट्रो निर्माण का वर्चुअल शुभारंभ
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश में लखनऊ के बाद अब पर्यटन नगरी आगरा की बहुप्रतीक्षित मेट्रो रेल परियोजना पर काम शुरू होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को यानी आज आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्य का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे। 15वीं वाहिनी पीएसी परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी भी ताजनगरी पहुंचेंगे।
आगरा में इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आगरा के सांसद, मेयर तथा योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के कई सहयोगियों के साथ उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के महानिदेशक कुमार केशव भी मौजूद रहेंगे। इस बड़ी योजना के पहले चरण को दिसंबर 2022 तक पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीएमआरसी को निर्देश भी जारी कर दिया है। प्रथम चरण में दिसंबर 2022 तक इसकी सेवा सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट तक शुरू हो जाएगी।
आगरा मेट्रो की कुल लागत (केंद्रीय करों सहित) 8379.62 करोड़ रुपए होगी। पहले चरण में सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट कारिडोर तैयार किया जाएगा। सबसे पहले ताज ईस्ट से जामा मस्जिद तक छह किलोमीटर तक प्राथमिक सेक्शन तैयार किया जाएगा। इस सेक्शन में कुल छह मेट्रो स्टेशन ताज ईस्ट गेट, बसई, फतेहाबाद रोड तीन उपरिगामी मेट्रो स्टेशन बनेंगे। ताज महल, आगरा फोर्ट और जामा मस्जिद भूमिगत मेट्रो स्टेशन होंगे। आगरा मेट्रो रेल परियोजना में कॉरिडोर-1 का डिपो तैयार करने के लिए 9.37 हेक्टेयर जमीन चयनित की गई है।
योगी आदित्यनाथ सरकार आगरा में पर्यटन तथा बढ़ती औद्योगिक गतिविधि के कारण इस प्रोजेक्ट को दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश सरकार की इस योजना पर शीघ्र काम शुरू करने से यहां पर दो वर्ष में लोगों को मेट्रो रेल की सुविधा मिल जाएगी। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार आगरा के लोगों को मेट्रो रेल का तोहफा देने जा रही है।
26 लाख की आबादी होगी लाभान्वित
प्रवक्ता का कहना है कि इस मेट्रो रेल परियोजना से आगरा की 26 लाख की आबादी लाभान्वित होगी। साथ ही प्रत्येक वर्ष आगरा आने वाले लगभग 60 लाख पर्यटक भी शहर में विश्वस्तरीय मेट्रो सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। इस परियोजना के रूप में पर्यटन नगरी को एक अत्याधुनिक और वैश्विक स्तर का मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) उपलब्ध हो सकेगा। कॉरिडोर इस प्रकार निर्धारित किए गए हैं कि शहर के चार प्रमुख रेलवे स्टेशन, बस डिपो, कॉलेज, प्रमुख बाजार और पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ा जा सके।