उत्तर प्रदेशलखनऊ

2047 में लविवि के नए स्वरूप पर हुआ काम का आगाज

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लविवि का स्वरूप भारतीय आजादी के 100 साल बाद पूरे होने पर क्या होगा, इसको लेकर विजन 2047 की जो अवधारणा पीएम नरेंद्र मोदी ने दी है, उसको लेकर काम भी शुरू कर दिया गया है। कुलपति ने इस संबंध में एक पांच सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन करने की एलान किया है। इस टास्क फोर्स का काम विजन 2047 को लेकर पूरी कार्ययोजना बनाना है। बहुत जल्द ही ये अपने कामों की रिपोर्ट वीसी प्रो आलोक कुमार राय को देगी। यही नहीं एक टास्क फोर्स का गठन किया जा रहा है जो लविवि के आधिपत्य वाले पांच जिलों में स्थानीय परंपरागत उत्पादों पर नजर रखेंगे। पीएम की इच्छा के मुताबिक परंपरागत उत्पादों पर लविवि अपने स्तर पर काम करेगा।

 

पीएम मोदी के लविवि के विजन-2047 की अपील पर काम करेंगी टास्क फोर्स।

जिसमें उनके बारे में कोर्स और शोध किए जाएंगे, ताकि प्रबंधन के जरिये ये उत्पाद आगे बढ़ाए जा सकेंगे।पीएम नरेंद्र मोदी ने लविवि के स्थापना दिवस समारोह के दौरान कहा था कि लविवि अपने 100 साल बिता चुका है, इसलिए अब जरूरी है कि एक विजन-2047 बनाया जाए। 100 साल की उपलब्धियों का किस तरह से आगे बढ़ाया जा रहा है। इस पर विचार किया जाना है। लविवि के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने बताया कि जो कुछ प्रधानमंत्री ने कहा वह प्रासंगिक है और उस पर तत्काल अमल की जरूरत है। इसलिए हम दो टास्क फोर्स बना रहे हैं। पहली विजन 2047 पर काम करेगी। जो कि 25 साल के लिए एक रोडमैप की रूपरेखा प्रस्तुत करेगी। जिसमें अकादमिक, शोध, संस्कृति, वोकेशनल कोर्स, खेल, कम आय वर्ग के विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने पर काम करेगी। जिसके बाद विस्तृत रिपोर्ट जल्द पेश की जाएगी। इस कमेटी के अध्यक्ष प्रो नवीन कुमार खरे, प्राे पूनम टंडन, प्रो राकेश चंद्रा, प्रो अमिता कन्नौजिया, डॉ समीर शर्मा और डॉ वरुण चांचड़ शामिल हैं।

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