उत्तर प्रदेशलखनऊ

लखनऊ में 51 ब्लैक स्पॉट, रहें सावधान

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : राजधानी स्थित वृंदावन कालोनी में सड़क के गड्ढे में फंसे स्कूटी सवार बुजुर्ग राजकुमार बत्रा को डंपर द्वारा रौंदने से हुई मौत की यह घटना उन जिम्मेदारों को आइना दिखाने वाली है जो आएदिन प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा करते हैं। बीते बुधवार को लखनऊ में हुआ यह ताजा मसला बानगी के तौर  है। जरा सोचिए जब प्रदेश की राजधानी की सड़कों का ये हाल है तो अन्य जिलों की स्थिति क्या होगी? मध्य क्षेत्र और पुराने लखनऊ की सड़कों का तो काफी बुरा हाल है। शहर में मौजूद मौत के मुहाने आज भी अपनी जगह पर कायम हैं।

रोड इंजीनियरिंग का काम हो तेज तभी खत्म होंगे ब्लैक स्पॉट। लखनऊ में साल 2019 में हुए 1683 सड़क हादसों में गई थी 573 की जान।

लखनऊ में 51 ब्लैक स्पॉट

प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मौत के मुहानों की संख्या में अभी ज्यादा फेरबदल नहीं हो सका है। उपपरिवहन आयुक्त पुष्पसेन सत्यार्थी की मानें तो इनके सुधार के लिए एजेंसियां कोशिश कर रही हैं। कई में बदलाव होना है। लोनिवि समेत सभी इकाइयां इन पर काम कर रही हैं।

मौत के इन दरवाजों से सावधान!

वृंदावन, बुद्धेश्वर, नादरगंज, शहीद पथ तिराहा, सैनिक स्कूल तिराहा, एसआईएल चौराहा, बंथरा, उतरेटिया पुल, आजाद नगर, भिटौली चुंगी तिराहा, बिजनौर बंथरा रोड, अवध चौराहा, कनौसी पुल, इंजीनियरिंग कालेज चौराहा, नरही, दयाल पैराडाइज, हजरतगंज, इको गार्डेन, वीआईपी तिराहा हरौनी, पुरनिया ढाल केशवनगर, आइआइएम चौराहा, चिनहट, चंद्रा ढाल, बंगला बाजार, ताड़ी खाना तिराहा, समतामूलक चौराहा, पकरी पुल, गल्ला मंडी, खुर्रमनगर, सहारा स्टेट रोड तिराहा, रमाबाई चौकी के सामने शहीद पथ, सेक्टर-25 चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, मुंशीपुलिया, सुषमा हॉस्पिटल तिराहा आदि कई अन्य स्थान जिन्हें ब्लैक स्पाट के रूप में चिह्नित किया गया है।

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