बदला होगा JEE और NEET के एग्जाम सेंटर का नजारा
देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE)-मेन्स 1 से 6 सितंबर के बीच होगी। वहीं, देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाली नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) 13 सितंबर को होगा। इसे लेकर बवाल मचा है। सरकार और आईआईटी समेत सभी इंजीनियरिंग संस्थान चाहते हैं कि निर्धारित तारीखों पर यह एंट्रेंस एग्जाम हो जाए। नहीं हुए तो जीरो ईयर का खतरा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्टूडेंट्स के साथ-साथ पैरेंट्स ने भी अनुरोध किया है कि NEET और JEE परीक्षाओं को टाल दिया जाए। पहले ही 3 मई को होने वाली NEET 26 जुलाई तक और फिर 13 सितंबर तक टल चुकी है। इसी तरह JEE भी टलते-टलते इस स्थिति में पहुंची है। मेन्स के बाद आईआईटी में एडमिशन के लिए एडवांस भी होना है।
NEET और JEE क्या है?
- NEET को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट कहते हैं। यह देशभर के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाला एंट्रेंस टेस्ट है। 542 मेडिकल कॉलेजों की 80,055 सीटों पर एडमिशन होता है। 2012 में NEET ने सीबीएसई की AIPMT और राज्यों के अलग-अलग टेस्ट की जगह सिंगल एंट्रेंस टेस्ट के तौर पर पहचान बनाई थी।
- JEE ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम है जो दो स्तर पर होता है। मेन्स के जरिये देशभर के एनआईटी, आईआईआईटी और अन्य सरकारी-निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश दिया जाता है। इसी तरह मेन्स क्लीयर करने वालों को एडवांस में भाग लेने का मौका मिलता है, जिसमें सफल छात्रों को आईआईटी में प्रवेश दिया जाता है।
किस तरह बदली-बदली होगी व्यवस्था इस बार?
- NEET और JEE के दौरान हर बार तलाशी को लेकर सख्ती सुर्खियों में रहती थी। इस बार हाथ से तलाशी नहीं होगी बल्कि हैंडहेल्ड मशीन से होगी। यह इस बार का सबसे बड़ा बदलाव होगा, जो छात्रों को एग्जाम सेंटर पर देखने को मिलेगा।
- NEET में एक रूम में 24 की जगह 12 उम्मीदवार बैठेंगे। उम्मीदवारों के बीच छह फीट की दूरी तय की गई है। JEE में एक-एक सीट छोड़कर छात्रों को बिठाया जाएगा। सेंटर पर हर उम्मीदवार को नया मास्क और ग्ल्ब्ज दिए जाएंगे।
- JEE की एक पाली में 1.32 लाख की जगह अब 85 हजार उम्मीदवार बैठेंगे। कुल शिफ्ट 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। उन्हें पानी की पारदर्शी बोतल, सेनेटाइजर की छोटी बोतल ले जाने की अनुमति होगी।
- JEE की एक पाली में 1.32 लाख की जगह अब 85 हजार उम्मीदवार बैठेंगे। कुल शिफ्ट 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। उन्हें पानी की पारदर्शी बोतल, सेनेटाइजर की छोटी बोतल ले जाने की अनुमति होगी।
- एग्जामिनेशन हॉल के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए उम्मीदवारों की इंट्री और एक्जिट एक साथ नहीं होगी। इंतजार कर रहे स्टूडेंट्स सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, इसके लिए एग्जाम हॉल के बाहर भी व्यवस्था रहेगी।