सोलर स्ट्रीट लाइटों से रोशन हो रहीं काशी की सड़कें
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:शहर में लगी 1853 सोलर स्ट्रीट लाइटों से पावर और मैन पावर की बचत हो रही है। इन सोलर स्ट्रीट लाइटों से हर महीने 1,15,920 रुपये की बचत हो रही है। देसी-विदेशी पर्यटकों की वाराणसी को लेकर पुरानी छवि बदल रही है। साथ ही सौर ऊर्जा से रोशन हो रही सड़क कार्बन उत्सर्जन को रोकने में मदद कर रही है। जिसका सीधा प्रभाव पर्यावरण संरक्षण को मिल रहा है। सरकार की इस पहल से रुपये और मैन पावर दोनों की बचत हो रही है।यूपी नेडा के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक एसके गुप्ता ने बताया कि सोलर स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न मार्गों पर सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जा चुकी है। सड़कों पर सौर ऊर्जा से 138 .975 किलोवाट की रोशनी हो रही है। हर महीने 16,560 यूनिट बिजली की बचत हो रही है।
सिगरा, पिंडरा, हरहुआ, बड़ागांव, प्रयागराज हाईवे आदि कई सड़के सौर ऊर्जा से रोशन हो रही है। सोलर स्ट्रीट लाइट स्वचालित है। अंधेरा होते ही जल जाती है। सुबह सूर्य की किरणों के साथ ही स्वत: बंद हो जाता है। इससे मैन पावर की बचत हो रही है। इसमें वायरिंग की झंझट नहीं होती है।