चुन्नू-मुन्नू’ पर फंसे विजयवर्गीय
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मध्य प्रदेश में उपचुनाव को लेकर जारी प्रचार के बीच नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी है। चुनाव प्रचार के दौरान नेता मर्यादा लांघने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। इसी बीच निर्वाचन आयोग ने एक बयान को लेकर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय को नोटिस जारी किया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, चुनाव आयोग ने विजयवर्गीय को 14 अक्तूबर को सांवेर में एक जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर 48 घंटे के भीतर जवाब मांगा है।
उल्लेखनीय है कि विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर सांवेर में चुनावी सभा में कथित तौर पर कहा था कि ये दोनों (कमलनाथ और दिग्विजय) चुन्नू-मून्नू हैं। जब राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे थे तो इनकी सभाओं में 100 लोग भी शामिल नहीं हुए थे। इसके बाद इन दोनों ने सिंधिया जी को अपने वादों की लिस्ट थमाई। इन्होंने कहा था कि हम आठ दिनों के भीतर किसानों का कर्जा माफ कर देंगे।
विजयवर्गीय यही नहीं रुके थे उन्होंने आगे कहा था कि ये चुन्नू-मुन्नू जो मुख्यमंत्री बने और बंगले में बैठ नोटों की गिनती शुरू कर दी। दोनों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को किसानों का कर्ज माफ करने के लिए अपना घोषणा पत्र तो थमा दिया लेकिन आठ महीने बाद जब सिंधिया जी ने उस वादे के बारे में पूछा तो कमलनाथ ने कहा कि राज्य सरकार के पास पैसे नहीं हैं। भाजपा महासचिव ने कांग्रेस के इन नेताओं को कथित तौर पर ‘गद्दार’ भी बताया था।
हालांकि बाद में विजयवर्गीय ने सफाई देते हुए कहा था कि घर के बच्चों को प्यार से चुन्नू-मुन्नू बोलते हैं, इसलिए हम तो प्यार से बोल रहे हैं। चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता सज्जनसिंह वर्मा द्वारा विजयवर्गीय की नाक पर की गई टिप्पणी को लेकर भी नोटिस दिया है। बता दें कि विजयवर्गीय की अभद्र टिप्पणी के जवाब में कांग्रेस नेता वर्मा ने विजयवर्गीय के नाक-नक्श पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें कथित तौर पर दुष्ट, पाखंडी और रावण तक कहा था।