ट्रामा सेंटर में मौत मारी गई थी गोली
कबीर मठ के प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास (50) की बुधवार को मौत हो गई। 24 अगस्त को हसनगंज क्षेत्र के डालीगंज में करीब दस बजे कबीर मठ के प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास को कुछ लोगों ने गोली मार दी थी। घायल अवस्था में उन्हें केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। बुधवार दोपहर उनकी मौत हो गई। गोली मारने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि एक युवक ने धीरेंद्र दास की शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर साथियों के साथ उन पर हमला किया था। एडीसीपी उत्तरी राजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, धीरेंद्र दास पर हमले के आरोप में आलोक वर्मा व उसके साथी सुधीर पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की टीम तीन अन्य आरोपितों की तलाश में दबिश दे रही है।
पुलिस का कहना है कि आरोपित कार से मठ के बाहर पहुंचे थे। इस दौरान आलोक अपने साथी सुधीर व एक अन्य के साथ मठ के भीतर दाखिल हुआ था। इस दौरान आरोपितो ने धीरेंद्र दास से मुलाकात की और फिर जान से मारने की नियत से उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। हमले के बाद तीनों आरोपित बाहर की तरफ भागे और कार में इंतज़ार कर रहे अपने दो अन्य साथियों के साथ मौके से फरार हो गए।
आरोपित लंबे समय से बदला लेने की साजिश रच रहा था। इसी क्रम में उसने अपने चार अन्य साथियों के साथ धीरेंद्र दास की हत्या का प्लान बनाया। साजिश के तहत अपने परिचित हरदोई निवासी युवक की कार का इस्तेमाल किया, जो मठ के बाहर एक अन्य साथी के साथ तीनों आरोपितों का इंतजार कर रहा था। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल कार व तमंचा बरामद कर लिया है। पुलिस का कहना है कि सीसी फुटेज में सभी आरोपित कैद हैं। फुटेज के जरिए ही कार बरामद कर दोनों आरोपितो को पकड़ा गया। तीन अन्य आरोपितो के पकड़े जाने के बाद पूरा मामला स्पष्ट हो जाएगा।