गंगा एक्सप्रेस को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए मानीटरिंग
स्वतंत्रदेश,लखनऊउत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरीडोर व गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ी परियोजनाओं को तेजी से धरातल पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है। इस संदर्भ में सम्भल में गंगा एक्सप्रेसवे के लिए भूमि खरीद समेत अन्य प्रक्रियाओं को धरातल पर उतारने की कार्रवाई शुरू हो गई है। प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे के तहत भूमि खरीद के लिए आवंटित धनराशि में से 10 करोड़ रुपये सम्भल में भूमि खरीद के लिए दिए जाएंगे।
प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे के तहत परियोजनाओं को मूर्त रूप देने और भूमि खरीद के लिए 24.62 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। भूमि खरीद की मद में ये धनराशि जमीन खरीदने के बाद उपयोग में नहीं लाई गई थी। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को इस प्रक्रिया को पूर्ण कराने का दायित्व सौंपा गया है।
गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ी परियोजनाओं के निर्माण कार्य की योगी सरकार लगातार मॉनीटरिंग कर रही है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा गंगा एक्सप्रेसवे संबंधी निर्माण कार्यों की एक प्रगति रिपोर्ट भी जारी की गई है। इसके अनुसार मुख्य कैरियज वे के लिए भूमि संबंधी कार्य 41 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुके हैं।
कैरियज वे की क्लीयरिंग व ग्रबिंग की प्रक्रिया को अब तक 100 प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है। कैरियज वे की ग्रेनुलर सब बेस प्रक्रिया को अब तक 17 प्रतिशत पूरा किया गया है। कुल 1348 में से 513 स्ट्रक्चर्स को पूरा कर लिया गया। फिलहाल गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना संबंधी कार्य 21 प्रतिशत की प्रगति दर से आगे बढ़ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 तक गंगा एक्सप्रेसवे को पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित है। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाला यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे कई मायनों में खास होगा।