चारबाग से मेडिकल कॉलेज के बीच बनेंगे फ्लाई ओवर
स्वतंत्रदेश, लखनऊचारबाग से अगर आप नाका, पांडेयगंज होते हुए मेडिकल कॉलेज जाते हैं तो जाम की वजह से 30 मिनट से 60 मिनट का समय लग जाता है। लेकिन अब यह दूरी महज 10 से 15 मिनट में तय की जा सकती है। किसी मरीज को जाम में नहीं फंसना होगा। सेतु निगम ने चारबाग से मेडिकल कॉलेज के बीच 3700 मीटर लंबा फ्लाई ओवर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है।
इसके लिए 344 करोड़ 20 लाख रुपए का बजट पास कराने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसको पहले लोक निर्माण विभाग को दिया जाएगा। वहां से शासन में प्रस्ताव पास होने के लिए जाएगा। शासन से सहमति मिलने के बाद टेंडर और बाकी प्रकिया शुरू की जाएगी। पर्यटक बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, भूलभुलैया, बुद्धा पार्क आसानी से पहुंच जाएंगे। इस काम को पूरा करने के लिए 36 महीने का समय लिया गया है। ऐसे में शुरू के 3 साल इलाके के लोगों की परेशानी बढ़ेगी।
5 लाख लोगों को मिलेगी जाम से राहत
चौक, रकाबगंज, पांडेयगज, यहियागंज, नाका, चारबाग, नादान महल रोड समेत आस- पास के करीब 5 लाख लोगों को इस फ्लाई ओवर निर्माण के बाद जाम से राहत मिलेगी। चौक, रकाबगंज, पांडेयगज, यहियागंज, नाका, चारबाग, नादान महल रोड सभी शहर के पुराने होल सेल बाजार है। यहां आने में कस्टमर से लेकर दूसरे जिलों के व्यापारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन यह परेशानी भविष्य में नहीं होगी। मौजूदा समय एक दिन का इन बाजारों से लेन- देन 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। लेकिन जब यहां पहुंचना आसान होगा तो कारोबार को भी बढ़ोतरी मिलेगी।
सांसद प्रतिनिधि ने सीएम को लिखा था पत्र
यहां फ्लाईओवर के लिए सांसद राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने CM योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। उसके बाद ही शासन स्तर पर इसके लिए सर्वे कराया गया। शासन से आदेश आने के बाद सेतु निगम के अधिकारी सक्रिय हुए।
चारबाग से शुरू होगा पुल
बताया जा रहा है कि पुल का निर्माण चारबाग रेल या बस स्टेशन के पास पान दरीबा से शुरू होगा। उसके बाद नाका पुल के ऊपर से पांडेयगंज बाजार आएगा। उसके बाद पांडेयगंज बाजार चौकी से राजा बाजार होते हुए केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल से पहले हनुमान मंदिर पास के पास उतरेगा।
मेट्रो काम शुरू होने से पहले निर्माण जरूरी
लखनऊ मेट्रो फेज दो का काम पांडेयगंज से गुजरना है। अगर एक बार मेट्रो का काम शुरू हो गया तो फ्लाईओवर बनना मुश्किल होगा। अधिकारियों का मानना है कि ऐसे में वह काम शुरू होने से पहनले फ्लाईओवर काम पूरा हो जाना चाहिए। मेट्रो फेज – दो का काम साल 2022 से 25 तक होना था हालांकि यह प्रोजेक्ट भी लेट है।