उत्तर प्रदेशराज्य

वन विभाग में अफसरों की खींचतान

स्वतंत्रदेश , लखनऊ:वन विभाग में हुए क्षेत्रीय वन अधिकारियों के ट्रांसफर पर काफी बवाल मचा है। मुख्यमंत्री के दखल के बाद चयन समिति की संस्तुति पर 1988 बैच के IFS अफसर सुधीर कुमार शर्मा को यूपी के प्रधान मुख्य वन संरक्षक के पद पर तैनात किया गया है। सीएम ने सख्त लहजे में ताकीद भी की है कि विभाग और शासन में समन्वय बना कर रखा जाए ताकि पूर्व में हुई घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।1986 बैच की आईएफएस ममता दुबे ने अपने रिटायरमेंट के 3 दिन पहले शासन को बिना जानकारी दिए लगभग 70- 100 क्षेत्रीय वन अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए थे जिसको लेकर शासन प्रशासन में काफी हड़कम्प मच गया था।

हालांकि जांच में ये बातें निकल कर सामने आ रही हैं कि यह मामला नियम पालन से ज्यादा आपस के वर्चस्व का ज्यादा था जिसे IAS बनाम IFS की लड़ाई भी कहा जा सकता है क्योंकि जब यह ट्रांसफर किए गए तो 1986 बैच की IFS अधिकारी ममता संजीव दुबे की तरफ से अपने से जूनियर IAS अधिकारी 1989 बैच मनोज सिंह को इसकी जानकारी नहीं दी गई।

ट्रांसफर को निरस्त कर दिया गया
दूसरी तरफ अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार द्वारा तबादलों की जानकारी ना मिलने पर छुट्टी के दिन भी आदेश जारी कर इन 70-100 वन क्षेत्राधिकारियों के ट्रांसफर को निरस्त कर दिया गया, साथ ही विभागीय जांच भी बिठा दी गई।

मुख्यमंत्री विभाग की कार्यशैली से नाराज
मुख्यमंत्री ने पूरे मामले में जब दखल दिया और एक अपर मुख्य सचिव स्तर के आईएएस अफसर को इस पूरे मामले की जांच करने को कहा तो जांच में काफी सारी खामियां निकल कर सामने आईं। सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले में वरिष्ठ अफसरों के आपसी मनमुटाव को इस तरह से पब्लिक करने से भी खासे नाराज हैं। मामले में वन विभाग से जुड़ी कई फाइलों में शासन स्तर पर ढेरों अनियमितता पाए जाने के बाद से मुख्यमंत्री ने पंचम तल के बड़े अफसरों के भी पेंच कसे और भविष्य में फाइलों के निस्तारण को ठीक करने को बोला है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने वन विभाग की अन्य शिकायतों का संज्ञान लेते हुए उसकी जांच कराने के आदेश भी अपने अफसरों को दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने पंचम तल के बड़े अफसरों के भी पेंच कसे और भविष्य में फाइलों के निस्तारण को ठीक करने को बोला है।

पौधरोपण अभियान के कारण ट्रांसफर पर थी रोक
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में पौधरोपण अभियान की शुरुआत 22 जुलाई से की गई थी। इस अभियान के तहत पूरे प्रदेश में 30 करोड़ पौधे लगाए जाने हैं। स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के दिन भी प्रदेश में 5 करोड़ पौधे लगाए जाने हैं।

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