9 साल में दुनिया में बढ़ा भारत का मान
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 9 साल के कार्यकाल में जहां एक तरफ दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है, वहीं देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा सुदृढ़ हुई है। आज भारत को कोई आंख दिखाने का साहस नहीं कर सकता। गरीबों का कल्याण और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट जैसे चार स्तंभों को मोदी सरकार ने बीते 9 साल में मजबूत आधार प्रदान किया है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राजधानी में मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल के पूरे होने पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल में बदली हुई परिस्थितियों को हम सब ने ना केवल महसूस किया है बल्कि हमने इस दौरान नये भारत का दर्शन भी किया है। आज का भारत चार महत्वपूर्ण स्तंभों पर खड़ा है।
दुनिया में भारत की विरासत को सम्मान मिला
मुख्यमंत्री ने पहले स्तंभ की चर्चा करते हुए कहा कि आज वैश्विक स्तर पर भारत का मान बढ़ा है। भारत को दुनियाभर मे सम्मान मिल रहा है। हाल ही में पीएम ने तीन देशों की यात्रा की है, उसका दृश्य हम सबके सामने है। पापुआ न्यू गिनी में पीएम मोदी का वहां के प्रधानमंत्री ने पैर छूकर अभिनंदन किया। प्रोटोकॉल तोड़ के देर सायंकाल स्वयं आगवानी की। यह पहली बार हुआ है जब किसी संप्रभु राष्ट्र ने अपने समकक्ष का अभिनंदन इस प्रकार किया हो।
मुख्यमंत्री ने कह कि पापुआ न्यू गिनी और फिजी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के पीएम के वक्तव्य को भी हम सबने सुना, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी को बॉस कहके संबोधित किया था। यही नहीं अमेरिका के राष्ट्रपति की ओर से पीएम मोदी का ऑटोग्राफ लेने की इच्छा व्यक्त करना, ना सिर्फ भारत बल्कि देश की 140 करोड़ जनता का सम्मान है। हर भारतवासी इस पर गर्व करता है। आज दुनिया में भारत की विरासत को सम्मान मिला है। हर साल 21 जून को पूरी दुनिया योग से जुड़कर भारत की विरासत का सम्मान कर रही है।
सुरक्षा के मामले में देश में नई आस और विश्वास का भाव पैदा हुआ
मुख्यमंत्री ने दूसरे स्तंभ की चर्चा करते हुए कहा कि आज भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की स्थिति सुदृढ़ हुई है। कोई भी भारत की ओर टेढ़ी नजर से देखने का प्रयास नहीं कर सकता है। अटल जी ने कहा था कि हम सब कुछ कर सकते हैं, मगर पड़ोसी नहीं बदल सकते। भारत हमेशा अपने पड़ोसियों के प्रति सकारात्मक भाव रखता रहा है। मगर कुछ लोग अपनी प्रवृत्ति से मुक्त नहीं हो पाते। पहली बार भारत ने जैसे को तैसे का जवाब दिया। सीमाएं सुरक्षित और सुदृढ़ हुई हैं। आंतरिक सुरक्षा की स्थिति मजबूत हुई है। चाहे जम्मू कश्मीर हो या पूर्वोत्तर, नक्सल उग्रवाद, माओवाद, अलगाववाद और आंतंकवाद पर हमने निर्णायक काबू पा लिया है। सुरक्षा के मामले में देश में नई आस और विश्वास का भाव पैदा हुआ है।