सीबीआई जांच का चौथा दिन
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ गैंगरेप और मौत मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई की टीम ने अपनी जांच तेज कर दी है। मंगलवार को बूलगढ़ी गांव का दौरान करने के बाद बुधवार को सीबीआई ने पीड़िता के दोनों भाइयों और पिता को कैंप कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया है। इस बीच पीड़िता के परिवार ने मांग की है कि अलीगढ़ जेल में बंद अरोपियों को यहां से दूसरी जगह ले जाया जाए।
जानकारी के अनुसार बुधवार को पीड़िता के दोनों भाई और पिता सुबह ही सीबीआई के अस्थायी कार्यालय के निकल गए हैं। आज वहीं पर दोनों से पूछताछ होगी। वहीं सीबीआई की एक यूनिट अलीगढ़ भी जा सकती है। वहां अस्पताल का दौरा कर वहां की जानकारी जुटा सकती है और अस्पताल के कर्मचारियों से पूछताछ कर सकती है।
पीड़िता के भाई और भाभी ने कहा है कि जो आरोपी जेल में बंद हैं उन्हें दूसरी जगह ले जाया जाए और भाई ने कहा है कि सीबीआई की जांच पर पूरा भरोसा है। वहीं, पिता ने एसडीएम के सामने गुहार लगाई है कि उसके बिजली बिल माफ किए जाएं। हालांकि इस पर अधिकारियों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
आरोपियों से भी सीबीआई करेगी पूछताछ
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में गत 14 सितंबर को एक दलित लड़की से कथित तौर गैंगरेप के बाद हत्या मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। केन्द्र सरकार ने पिछले हफ्ते सीबीआई जांच की अधिसूचना जारी की थी। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई, कोर्ट से चारों आरोपियों की कस्टडी की मांग करेगी और उनसे पूछताछ करेगी।
बुधवार को भी पीड़ित परिवार से हुई थी पूछताछ
इससे पहले सीबीआई की टीम ने मंगलवार को घटनास्थल पर जाकर सबूत इकट्ठा करने की कोशिश की। सीबीआई ने सुबह चंदपा थाने से अपनी जांच की शुरुआत की थी। उसने वहां के पुलिसकर्मियों एवं अधिकारियों से पूछताछ की। इससे पहले हाथरस के मुख्य आरोपी के खिलाफ गैंगरेप, हत्या का प्रयास और हत्या के साथ एससी-एसटी ऐक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की थी।
जानकारी के अनुसार, सीबीआई की टीम बुलगढ़ी गांव में करीब 4 घंटे तक रही। घटनास्थल पर जाकर भी जांच की। इसके बाद पूरे परिवार से भी पूछताछ की। शाम को सीबीआई लड़की के भाई को अपने साथ लेकर कैंप ऑफिस गई है। पीड़ित के भाई के हाथ में एक थैला था।
सीबीआई के साथ फोरेंसिक टीम भी थी। इससे पहले टीम सुबह चंदपा थाने गई, यहां एक घंटे तक थाने के पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। गांव में पहले पीड़िता के भाई को बुलाया गया। बाद में दूसरे भाई और मां को भी बुलाया गया था। अंतिम संस्कार वाली जगह पर आधा घंटे तक रही।