अलीगंज पुलिस की शर्मनाक करतूत
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:लखनऊ में अलीगंज लूट कांड की पीड़ित रेनू मिश्रा व उनका बेटा समृद्ध स्वस्थ होकर घर पहुंच चुका है। रेनू ने गुरुवार को जब बात की तो अलीगंज पुलिस पर गंभीर आरोप लगा उनकी शर्मनाक करतूत उजागर किया। जब रेनू व उनका बेटा अस्पताल में जख्मी पड़े थे तब पुलिस वालों ने उनसे कहा था कि घटना को एक्सीडेंट बताओ। वही बात लिखकर दे दो। जब वह राजी नहीं हुए थे तब पुलिसकर्मियों ने कहा था कि दूसरे दिन आना तब देखेंगे क्या करना है। पुलिसकर्मियों के इस रवैये से लापरवाही व खेल का अंदाजा लगाया जा सकता है।
चांदगंज निवासी अधिवक्ता नीरज पांच मई की रात बेटे समृद्ध को प्रियदर्शिनी कालोनी स्थित क्लीनिक पर लेकर गए थे। जब वापस लौट रहे थे तो बाइक पर पीछे उनकी पत्नी रेनू बेटे को गोद में लेकर बैठी थीं। आंचलिक विज्ञान केंद्र के पास बाइक सवार लुटेरे ने उनका पर्स लूटने का प्रयास किया था। जिससे दंपति बेटे समेत गिर गए थे। घटना के बाद रेनू बात करने की स्थिति में नहीं थीं।
अब जब वह अस्पताल से डिस्चार्ज हो गईं हैं तब घटना के बारे में पूरी आपबीती बताई। खासकर अलीगंज पुलिस की लापरवाही भरी कार्यशैली को उजागर किया। रेनू ने बताया कि घटना के तुरंत बाद वह कपूरथला स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती हुई थीं। अलीगंज पुलिस घटना स्थल भी गई थी। पुलिस लूट की एफआईआर दर्ज ही नहीं करना चाहती थी। इसलिए टरका दिया था। दूसरे दिन जब मामले ने तूल पकड़ा तब पुलिस केस दर्ज कर सक्रिय हुई।