गैलेंट छापे में सामने आए ब्यूरोक्रेट्स के नाम
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:सरिया निर्माण का कारोबार करने वाले गैलेंट समूह के पांच राज्यों के 60 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई खत्म होने की कगार पर आ चुकी है। छापों के दौरान गैलेंट समूह के संचालकों और साझीदारों के पास मिले व्हाट्सएप चैट और दस्तावेज में जिन ब्यूरोक्रेट्स की काली कमाई के प्रमाण मिले हैं, उसकी समस्त जानकारी नई दिल्ली स्थित आयकर मुख्यालय भेज दी गयी है। आयकर अधिकारियों के मुताबिक अब इन अफसरों पर ऑपरेशन बाबू साहब के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं अब तक हुई कार्रवाई में 650 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के प्रमाण भी मिल चुके हैं।सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की टीमें अभी गुजरात, कोलकाता, गोरखपुर, लखनऊ में दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों को खंगाल रही हैं। इन जगहों से लगातार संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद हो रहे हैं। साथ ही, करोड़ों रुपये के संदिग्ध बैंक ट्रांजेक्शन का भी पता चला है, जिसके बारे में गैलेंट के संचालक संतोषजनक जवाब नहीं दे सके है। आयकर विभाग की टीमें सोमवार को गैलेंट के संचालकों के कई अन्य बैंक लॉकरों को भी खोलने की तैयारी में हैं। साथ ही, सौ से ज्यादा बैंक खातों को भी फ्रीज कराया जाना है। वहीं, सोमवार से आयकर विभाग के लखनऊ स्थित जोनल मुख्यालय में गैलेंट के संचालकों, पार्टनर, कर्मचारियों से पूछताछ का दौर भी शुरू हो जाएगा।
श्री राम जानकी यात्रा लेकर पहुंचे गोरखपुर
छापे पड़ने की सूचना लीक न हो, इसके लिए आयकर विभाग के अफसरों ने नया तरीका अपनाया था। उन्होंने अपनी गाड़ियों में श्री राम जानकी यात्रा, अयोध्या से जनकपुर के बैनर लगाए और गोरखपुर में गैलेंट के संचालकों के सभी ठिकानों पर आसानी से पहुंच गए। किसी को भनक तक नहीं लगी कि इन गाड़ियों में आयकर विभाग की टीमें हैं। आयकर विभाग ने इन बैनरों में यात्रा की तिथि 25 अप्रैल से 2 मई लिखाई थी। बताते चलें कि आयकर विभाग ने 26 अप्रैल को गैलेंट के ठिकानों पर छापा मारा था।