रेलिंग टूटने से गोमती नदी में गिरा मासूम
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लखनऊ में रिवरफ्रंट पर खेल रहा मासूम रेलिंग टूटने से गोमती नदी में गिर गया। मां के सामने ही मासूम पानी में डूब गया। लक्ष्मण मेला मैदान के पास उसकी मां मासूम को लेकर कपड़े धुलने गई थी। इस दौरान मासूम दोस्तों संग कुछ ही दूरी पर खेल रहा था। मासूम के साथ खेल रहे बच्चों का शोर सुनकर उसके परिजन भी पहुंच गए। सूचना के बाद भी काफी देर में पुलिस और गोताखोरों के पहुंचने से आक्रोशित परिजनों ने नारेबाजी की। NDRF टीम लगातार सर्च अभियान चला रही है। मगर, बुधवार सुबह तक मासूम का कोई पता नहीं चला है। घटना मंगलवार दोपहर तीन बजे की है।
DM से फोन पर परिजनों ने मांगी मदद
सिकंदरनगर बस्ती द्वितीय निवासी रिक्शा चालक संतोष पत्नी पार्वती, बेटे राज (9) व युगराज (5) और बेटी राशि (1) के साथ रहता है। पत्नी पार्वती ने बताया कि मंगलवार दोपहर तीन बजे के करीब बेटे राज के साथ गोमती नदी किनारे कपड़े धोने गई थी। इसी बीच राज के गिरने की बात पता चला। आस-पास के लोगों ने नदी में कूद कर बचाने की कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिली।
सूचना के करीब एक घंटे बाद पुलिस पहुंची, लेकिन गोताखोर नहीं लाई। समय से गोताखोर आता, तो बेटा बच जाता। इसके बाद डीएम सूर्यपाल गंगवार को फोन कर मदद मांगी। जिसके बाद NDRF के गोताखोर मौके पर पहुंचे और बचाव के लिए अभियान शुरू किया।
वहीं, पुलिस के मुताबिक, घटना की जानकारी होते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों के साथ ही PAC की फ्लड यूनिट को भी मौके पर बुलाया गया। PAC जवानों ने उसको खोजने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मिला।
लापता राज दोस्तों संग मैदान किनारे लगी रेलिंग के पास खेल रहा था। दौड़ लगाते हुए पैर फिसलने से राज असंतुलित होकर नदी में जा गिरा। साथ खेल रहे बच्चों का शोर सुनकर परिजनों को जानकारी हुई। उसके बाद उसको बचाने की कोशिश शुरू हुई।
टूटी रेलिंग से हुए हादसे से लोगों में आक्रोश, नारेबाजी
परिजनों ने बताया कि नदी में राज के गिरने की सूचना लक्ष्मण मेला चौकी पर दी गई थी। इसके बाद काफी देर पुलिस और गोताखोर नहीं पहुंचे। टूटी रेलिंग यदि प्रशासन ने बनवा दी होती, तो ऐसा नहीं होता। प्रशासन की लापरवाही को देखते हुए परिजनों ने नारेबाजी की। इसी बीच समाज सेवी राकेश चौधरी सात बजे के करीब डीएम सूर्यपाल गंगवार को फोन किया। जिसके बाद काम शुरू हुआ।