आरोपियों के परिवार से मुलाकात करेंगे
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित युवती के साथ हुए गैंगरेप के बाद से ही इस मामले को लेकर सियासत का दौर जारी है। अब तक कई दलों के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता पीड़िता के परिवार से मुलाकात कर चुके हैं। हाथरस में कथित गैंगरेप की घटना के बाद अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों का हाथरस पहुंचना अभी भी जारी है। इसी क्रम में अखिल क्षत्रिय महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल जहां शनिवार को देर शाम हाथरस पहुंचकर आरोपियों के परिवार से मुलाकात की थी, वहीं दूसरी ओर हाथरस के आरोपियों के वकील एपी सिंह आज हाथरस पहुंचेंगे। ए पी सिंह ने ही निर्भया कांड के दोषियों का भी केस लड़ा था।
आरोपियों के वकील एपी सिंह साल 2012 में हुए निर्भया हत्याकांड के दोषियों के भी वकील रहे हैं। वहीं जिंदगी की जंग हारने वाली दलित युवती के परिवार की सुरक्षा में पुलिस ने उनके घर के बाहर और अंदर आठ सीसीटीवी कैमरे और एक मेटल डिटेक्टर लगाया है। इसके अलावा पीड़ित परिवार के घर के पास दमकल की एक गाड़ी और खुफिया विभाग के कर्मचारी भी तैनात कर दिए गए हैं। घर के आसपास के इलाके को पूरी तरह से छावनी में बदल दिया गया है।
क्षत्रिय महासभा प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को मुलाकात की
वहीं, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष राजा राजेंद्र सिंह ने आरोपियों के परिवार वालों से की मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद राजा राजेंद्र सिंह ने कहा कि मैं संदीप, रवि और रामू के परिवार वालों से मिला हूं इनकी हालत देखने के बाद यह साफ है कि उन्हें साजिश के तरह फंसाया जा रहा है।
शलभ माथुर ने शुक्रवार को लिया था सुरक्षा इंतजामों का जायजा
उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से परिवार के सुरक्षा इंतजामों की निगरानी के लिए लखनऊ से नोडल अधिकारी बना कर हाथरस भेजे गए पुलिस उप महानिरीक्षक शलभ माथुर ने कहा कि पीड़ित परिवार के घर के बाहर 12-12 घंटे की शिफ्ट में करीब 60 जवान तैनात किए गए हैं। इन पुलिसकर्मियों के लिए खाने पीने, बैठने, कुर्सी, पंखे आदि की भी व्यवस्था की गई है। इन पुलिसकर्मियों की निगरानी के लिए एक राजपत्रित अधिकारी भी शिफ्टों में 24 घंटे तैनात रहेगा।
हर सदस्य की सुरक्षा के लिए 2-2 सुरक्षाकर्मी तैनात
सीसीटीवी कैमरों से पीड़ित परिवार के घर की 24 घंटे निगरानी की जा रही है और अगर आवश्यकता पड़ी तो जल्द ही एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया जाएगा। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि पीड़ित परिवार से मिलने आने वालों की जानकारी रखने के लिए एक आगंतुक रजिस्टर भी रखा गया है। परिवार के हर सदस्य और गवाहों की सुरक्षा के लिए 2-2 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
परिवार की महिला सदस्यों हेतु महिला सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। घर के मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर भी लगा दिया गया है जिससे घर आने जाने वाले हर व्यक्ति की जांच की जाएगी। इन सब सुरक्षा इंतजामों की निगरानी 24 घंटे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
हाथरस में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया था। आरोपियों ने लड़की की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़ित की मौत हो गई। चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था।