बनारस आएंगे विदेश मंत्री
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:जी-20 के शिखर सम्मेलन में वाराणसी में प्रस्तावित छह बैठकों में आने वाले मेहमानों की अगवानी के लिए शहर को नए सिरे से तैयार किया जाएगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर 11 दिसंबर को वाराणसी दौरे पर आएंगे और बैठक व अन्य आयोजनों के लिए स्थान का चयन कर कार्यक्रम पर फाइनल मुहर लगाएंगे। वाराणसी में राष्ट्राध्यक्षों की बैठक के साथ ही राजदूतों का सम्मेलन कराए जाने की तैयारी है। इसके लिए हस्तकला संकुल, काशी विश्वनाथ धाम परिसर और बीएचयू के सभागार सहित अन्य स्थलों पर आयोजन का प्रस्ताव है।
दिसंबर 2022 से नवंबर 2023 के बीच भारत की मेजबानी में होने वाले जी-20 के शिखर सम्मेलन में वाराणसी में प्रस्तावित आयोजनों की रूपरेखा 11 दिसंबर को तय कर ली जाएगी। विदेश मंत्रालय की टीम यहां होने वाली छह अलग-अलग बैठकों के लिए जगह चयन के साथ ही अतिथियों के स्वागत के लिए शहर में होने वाले कामों पर चर्चा करेगी। फिलहाल प्रशासन की ओर से चयनित स्थानों का मौका मुआयना के बाद यहां के आयोजनों की प्रस्तावित तारीखों का भी ऐलान किया जा सकता है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार वाराणसी में सितंबर महीने में राष्ट्राध्यक्षों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जा सकता है। इसके अलावा राजदूतों की बैठक भी यहां कराने की योजना है।ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (जी 20) में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके और यूएस और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
विदेश मंत्री के काशी आगमन की सूचना आई है। वे जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन की तैयारियों को जानने के साथ ही आयोजन स्थलों का दौरा भी कर सकते हैं। जी-20 की छह बैठकें वाराणसी में प्रस्तावित हैं।