उत्तर प्रदेशराज्य

बिजली बचाएंगे स्मार्ट एस्केलेटर

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:आगरा में  एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन पर स्वचालित एस्केलेटर होंगे, प्रयोग नहीं होने पर ये स्वत: पहले धीमे और फिर बंद हो जाएंगे। यात्री के पहुंचने पर फिर से चलने लगेंगे। लिफ्ट में रिजेनरेटिव प्रणाली से बिजली बनेगी। प्रत्येक स्टेशन पर 3 एस्केलेटर व 4 लिफ्ट लगेंगी। सोमवार से फतेहाबाद रोड पर निर्माणाधीन ताज पूर्वी गेट स्टेशन पर पहला एस्केलेटर लगाने का काम शुरू हो गया है।

एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन पर स्वचालित एस्केलेटर लगने का काम हुआ शुरू

फतेहाबाद रोड पर 3 एलिवेटेड स्टेशन निर्माणाधीन हैं। सबसे पहला ताज पूर्वी गेट स्टेशन है। जहां सोमवार से एस्केलेटर लगाने का काम शुरू हो गया। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के परियोजना निदेशक अरविंद राय ने बताया कि एस्केलेटर में ऊर्जा बचत पर काम करेंगे। एक एस्केलेटर पीएसी मैदान स्थित मेट्रो डिपो में लग चुका है। 

उन्होंने बताया कि यदि 45 सेकंड तक एस्केलेटर का प्रयोग नहीं होता तो वह स्वत: धीमा पड़ जाएगा। अगले 15 सेकंड तक प्रयोग नहीं होने पर बंद हो जाएगा। जैसे ही यात्री एस्केलेटर के पास पहुंचेगा स्वत: एस्केलेटर चालू हो जाएगा। 6 स्टेशन के प्राथमिकता कॉरिडोर में ताज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद कुल 3 एलिवेटेड स्टेशन हैं, बाकी भूमिगत। 

लिफ्ट बचाएगी 37 प्रतिशत बिजली

मेट्रो स्टेशनों पर प्रयोग होने वाली लिफ्ट रीजेनरेटिव प्रणाली से लैस होगी। बार-बार लिफ्ट के प्रयोग से बिजली बनेगी भी। इससे करीब 37 प्रतिशत बिजली की खपत कम होगी। यानी कोई लिफ्ट प्रतिदिन 100 यूनिट बिजली खपत करेगी तो उसमें 37 यूनिट बिजली रीजेनरेटिव प्रणाली से बनेगी। बिजली आकलन के लिए मीटर भी लगेंगे।

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