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मिठाइयों में यूज किया जा रहा सिंथेटिक कलर

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है। 12 अगस्त को रक्षा बंधन, 15 को स्वतंत्रता दिवस और 19 अगस्त को कृष्णा जन्माष्टमी है। बैक टू बैक फेस्टिवल होने की वजह से सबसे ज्यादा मांग मिठाई की है।

जानकारों की माने, तो इस बार यूपी में मिठाई का कुल कारोबार 2500 करोड़ के पार होगा। इसमें करीब 2000 करोड़ की मिठाई के मिलावटी होने का अंदेशा है। इस फेस्टिव सीजन में लापरवाही सेहत पर भारी भी पड़ सकती है।

सफेद-पीले रंग की इस तरह की मिठाई से बचे। ये मिलावटी हो सकती हैं।

मिठाई में क्या हो सकती है मिलावट

  • रंगीन मिठाईयों में फूड कलर की जगह मिला रहे हैं सिंथेटिक कलर।
  • काजू बर्फी में एल्युमीनियम वर्क और बर्फी में मूंगफली हैं।
  • पिस्ता की जगह भी मूंगफली और कलर मिलाते हैं।
  • खोया की जगह स्टार्च या शकरकंद और घी निकालकर रिफाइंड से फिलिंग,कई बार पाउडर मिल्क का भी प्रयोग होता है।
  • बेसन की जगह कलर डाल कर पिसा चावल या खेसारी का प्रयोग हो रहा है। मैदा का प्रयोग भी होता है।
  • छेना में भी मैदा, आरारोट और रिफाइंड का प्रयोग होता है।
  • दूध में स्टार्च, आरारोट और यूरिया का इस्तेमाल हो रहा है।
  • दूध की मिठाई में स्टार्च मिलाने से किडनी और लीवर के गंभीर रोग हो सकते हैं।
  • मिठाइयों में लगा वर्क एल्यूमीनियम से बना हो सकता है। इससे उल्टी-दस्त हो सकते हैं।
  • मिलावटी खाद्य पदार्थ शरीर में झनझनाहट जैसी बीमारी भी पैदा कर सकते हैं। ये नर्वस सिस्टम से जुड़ा गंभीर रोग है।
  • लंबे समय तक मिलावटी मिठाई खाने से किडनी, लीवर और पेट से जुड़े गंभीर रोग हो सकते हैं।

हाई रिस्क पेशेंट रहें ज्यादा सतर्क

  • जो हाई रिस्क पेशेंट हैं यानी जिन्हें डायबिटीज, हार्ट, किडनी से जुड़े गंभीर रोग हैं।
  • 50 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और 15 साल से कम उम्र के बच्चे।
  • मिठाई खाने के कुछ देर बाद खट्टी डकार, अपच, उल्टी जैसी परेशानी हो तो तुरंत एक्सपर्ट डॉक्टर से संपर्क करें।

लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के इंटरनल मेडिसिन के प्रोफेसर शोभित शाक्य कहते हैं,”मेरी राय में घर की बनी मिठाई को ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। सेफ फेस्टिवल सेफ मिठाई के साथ ही संभव है।”लखनऊ के जिला अभिहित अधिकारी डॉ. एसपी सिंह कहते हैं,”रक्षा बंधन से पहले ही हमारी टीमें सक्रिय हो चुकी हैं। प्रदेश में सबसे बड़ी टीम-28 FSO की लखनऊ में है। हमारा फोकस रिटेल काउंटर के अलावा मिठाई के कारखाने और रॉ मटेरियल की क्वालिटी पर है।


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