ऑनलाइन ग्राहकों को मिलेगा बाजार
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस फ्लिपकार्ट अब वाराणसी के कारीगरों, बुनकरों और नि:शक्तजनों को राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराएगा।इसके लिए फ्लिपकार्ट की तरफ से रविवार को जिला प्रशासन और यूपी सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किया हुआ।
इसके माध्यम से बनारसी साड़ियां, हाथ से बनी कालीनें, जरदोजी शिल्प और हाथ से बनी दरियां फ्लिपकार्ट प्लेटफॉर्म पर 40 करोड़ ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।इसके साथ ही फ्लिपकार्ट समर्थ कार्यक्रम प्रशिक्षण और समयबद्ध इंक्यूबेशन की मदद उपलब्ध कराएगा। जिससे कारीगरों, बुनकरों, नि:शक्तजनों और शिल्पकारों को ई-कॉमर्स के माध्यम से अपने कारोबार को विस्तार देने में मदद मिलेगी।
राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने कहा, “वर्तमान में एमएसएमई टेक्नोलॉजी की ताकत का इस्तेमाल करते हुए बाजारों तक व्यापक पहुंच बना रहे हैं।ई-कॉमर्स के जरिए देशभर में ग्राहक राज्य विशेष के विशिष्ट उत्पादों जैसे बनारसी साड़ियों, हाथ के बुने कालीनों, जरदोजी क्राफ्ट, मैटल क्राफ्ट और हाथ की बनी दरियों को खरीदने में समर्थ बनाते हैं।”
छोटे कारीगर अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण अंग
अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल ने कहा, “बुनकर और छोटे-छोटे कारीगर देश की अर्थव्यवस्था के बहुत महत्वपूर्ण अंग है।उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए जहां बहुत बड़े-बड़े उद्योग की आवश्यकता है। वहीं, बुनकरों और कारीगरों के बगैर यह आगे नहीं बढ़ पाएगा।”मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी को ध्यान में रखते हुए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना को प्रदेश में लागू किया।उन्होंने बताया कि फ्लिपकार्ट ने पिछले साल ऐसे ही कारीगरों के 1600 करोड़ रुपए के उत्पादों को बेचा है।MOU पर हस्ताक्षर चौकाघाट स्थित पद्म विभूषण गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल में आयोजित एक समारोह में किया गया।