अब CM का विभाग निशाने पर
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:अब CM योगी आदित्यनाथ के अपने विभाग में भी ट्रांसफर पर सवाल खड़े होने लगे है। कर्मचारियों ने इसको लेकर विरोध करना शुरू कर दिया है। स्थिति यह है कि अकेले कानपुर और लखनऊ में ही 150 से ज्यादा तबादलों पर सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश में करीब 500 ऐसे तबादले हुए हैं, जिनकी जांच की मांग चल रही है।
UP स्टेट टैक्स मिनिस्टिरियल स्टॉफ एसोसिएशन के प्रांतीय महामंत्री जय प्रकाश मौर्य ने बताया कि इसको लेकर शासन स्तर पर पांच से ज्यादा पत्र लिखे हैं। 8 जुलाई से ही कर्मचारी संगठन लगातार शिकायतें कर रहे हैं। बावजूद इसके इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
15 साल से तैनात, लेकिन नहीं हटाया गया
जय प्रकाश मौर्य ने बताया कि विभाग में ऐसे कई कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिनको पिछले 15 साल से नहीं हटाया गया है। कुछ लोगों का तबादला किया गया तो उसी क्षेत्र में कर दिया गया है। उसको लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार का आरोप कानपुर में लगा है। कानपुर इंडस्ट्री के हिसाब से बड़ा सेंटर है। सूत्रों का कहना है कि यहां नंबर दो में मोटी कमाई भी काफी ज्यादा होती है। अब गलत तबादले का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने 26 जुलाई से विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है।
5 से 15 साल हो गए एक ही जगह जमे हैं
जय प्रकाश मौर्य बताते हैं कि लखनऊ मंडल कार्यालय में ऐसे 20 कर्मचारी हैं जिनका तबादला होना था, लेकिन हुआ नहीं है। यह सब एक ही पटल पर पिछले 5 से लेकर 15 साल से नौकरी कर रहे हैं। जबकि कुछ लोगों का हुआ भी तो उनका खंड तक नहीं बदला गया है। यह नियमों के खिलाफ है।
लखनऊ, कानपुर, बनारस, प्रयागराज की जांच कराने की मांग
विरोध करने वालों ने शासन स्तर पर कमेटी गठित कर मंडल कार्यालय लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज मुख्यालय द्वारा किए तबादले की जांच कराने की मांग की है। इससे मुख्यमंत्री की तरफ से लागू तबादला नीति से सही से पालन किया जा सके।
जय प्रकाश मौर्य ने कुछ नाम बताए जो सालों से जमे हैं
- बख्तियार अहमद- 15 साल
- राजेश यादव-15 साल
- राजकुमार- 11 साल
- शर्ली सिंह- 15 साल
- धीरज गुप्ता- 15 साल
- संजीव कनौजिया- 15 साल
- जलज श्रीवास्तव- 10 साल
- मधु बिहारी- 15 साल
- कीर्ति मिश्रा- 15 साल
- अवध राम- 15 साल
- राम आधार- 10 साल
- कुश श्रीवास्तव- 10 साल
- एकता मिश्रा- 8 साल
- अखिलेश कुमार शुक्ला- 8 साल