सरकारी स्कूलों के अच्छे दिन
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:यूपी में अपर प्राइमरी यानी माध्यमिक स्कूलों में 5 साल में ड्रॉपआउट रेट 8% कम हुआ है। साल 2016-17 में सरकारी स्कूलों को बीच में ही छोड़ देने वाले बच्चों की संख्या 22.13% थी। यह आंकड़ा 5 साल में गिरकर 14.41% हो गया है। अब योगी सरकार ने अगले 5 साल में इस ड्रापआउट रेट को 14 से 5% करने का टारगेट सेट किया है।यूपी सरकार के साल 2022-23 के बजट में बेसिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए करीब 4 हजार करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया। इस बजट से माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास, वॉटर एवलेबिलिटी, शौचालय निर्माण और बिजली कनेक्टिविटी से जोड़ने का काम चल रहा है।
बीच में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या पूरे देश में घटी
केंद्रीय शिक्षा विभाग की वार्षिक रिपोर्ट 2021 के अनुसार, साल 2019-20 की तुलना में 2020-21 में सरकारी स्कूलों में बीच से पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों की संख्या कम हुई है। देश भर के माध्यमिक विद्यालयों में ड्रॉपआउट रेट 8.9 से घटकर 2.8% हो गया। उच्च माध्यमिक स्तर पर 2019-20 में 21.4% ड्रॉपआउट रेट था, जो घटकर साल 2020-21 में 17.6% रह गया है।