1 लाख कर्मचारियों का नहीं आया वेतन
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:बजट के अभाव में स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले एक लाख कर्मचारियों को अप्रैल का वेतन नहीं मिल पाया है। अब इसको लेकर कर्मचारी संघ ने डिप्टी सीएम और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक से गुहार लगाई है। इसके अलावा मुख्य सचिव और विभाग के प्रमुख सचिव को भी पत्र लिखा गया है। बताया कि मई महीने के भी 17 दिन गुजर चुके हैं। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसमें भी परेशानी हो सकती है।
संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव योगेश उपाध्याय ने बताया कि उन लोगों को काफी लंबे समय से वेतन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। आए दिन नियमित वेतन पाने के लिए पत्र लिखना पड़ता है। उन्होंने बताया कि अप्रैल के महीने में मिशन से जुड़े एक भी कर्मचारी को वेतन नहीं मिल पाया है ।
घर चलाना हुआ मुश्किल
उन्होंने बताया कि संविदा कार्मिक अल्प वेतन भोगी है। वह प्रत्येक माह के वेतन के अनुसार जीवन यापन करते है। जिस पर पूरे परिवार की निर्भरता होती है। ऐसे में समय से वेतन न मिलने से बच्चों की पढ़ाई से लेकर हर चीज प्रभावित होने लगती है। बच्चों को फीस के लिए स्कूल प्रबंधन की ओर से सार्वजनिक तौर पर टोका जाता है। समय से वेतन न मिले तो संतुलित जीवन चलाने में परेशानी आती है।
किसको कितना वेतन मिलता
चतुर्थ श्रेणी – 8000 रुपए
कंप्यूटर ऑपरेटर – 10- 15 हजार रुपए
एएनएम – 10 – 15 हजार रुपए
स्टाफ नर्स- 18 हजार से 3 हजार
लैब टेक्नीशियन -12 हजार से 20 हजार
फार्मासिस्ट – 17 हजार से 25 हजार
पैरामेडिकल – 17 हजार से 25 हजार
मैनेजर संवर्ग – 15 से 30 हजार ( ब्लाक स्तर )
जिला स्तर – 35 से 55 हजार
डॉ – 55 हजार से 80 रुपए
आयुष डॉक्टर – 25 से 40 हजार