फ्लैटाें की खरीद पर बंपर छूट देगा…
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के सैकड़ों करोड़ रुपये फ्लैटों में फंसे हुए हैं। अब इन फ्लैटों को बेचकर आवास विकास परिषद अपनी फंसी हुई पूंजी को किसी तरह निकालना चाहता है। इसलिए परिषद ने विभागों और संस्थाओं को एक बेहतर मौका दिया है। योजना के तहत अगर कोई विभाग और संस्था एक साथ 25 से 49 फ्लैट खरीदता है तो उसे पंद्रह फीसद की छूट मिलेगी।
यही नहीं अगर फ्लैट खरीदने का ग्राफ 50 से अधिक होता है तो उसके छूट का ग्राफ 25 फीसद कर दिया जाएगा। इससे दो फायदे होंगे, एक तो विभाग व संस्था में काम करने वाले लोग एक साथ और एक ही कैंपस में साथ रह सकेेंगे और उन्हें लाखों की छूट का लाभ मिलेगा। वहीं आवास विकास परिषद के अधिक से अधिक फ्लैट बल्क में बिक सकेंगे।
आवास विकास परिषद ने यह रियायत 31 मार्च 2023 तक दे रखी है। लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी आवास विकास परिषद के फ्लैट खाली पड़े हैं। अफसरों की मानें तो खाली फ्लैट यानी जिन्हें परिषद अभी तक बेच नहीं पाया है, उनकी संख्या करीब साढ़े बारह हजार से अधिक की है। इन फ्लैटों के निर्माण में कई सौ करोड़ रुपये परिषद के लगे हैं। इनमें से कई टावर ऐसे हैं, जिनके चंद फ्लैट ही बिके हैं और पूरे टावर सालों से ऐसे ही खड़े हैं।उनके रखरखाव और सुरक्षा पर परिषद को हर साल लाखों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, करीब साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये फ्लैटों के निर्माण में फंसे हैं। लखनऊ में अवध विहार योजना, वृंदावन योजना में फ्लैट ज्यादा खाली पड़े हैं। आगामी बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव पर स्वीकृति देने की तैयारी है। उद्देश्य है कि लोगों को एक सुविधा मिलने के साथ ही परिषद का पैसा किसी तरह निकले, जिससे आगामी योजनाओं में परिषद काम कर सके।