उत्तर प्रदेशराज्य

नौ साल से ‘छुट्टी’ की राह देख रहे पुल‍िसकर्मी

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर है, उन्हें आराम नहीं। मानसिक तनाव और छुट्टी नहीं मिल पाने की कसक पुलिसकर्मियों में अक्सर देखने को मिलती है। अवकाश नहीं मिलने पर कई पुलिसकर्मी इस्तीफा देने की पेशकश भी कर चुके हैं।

उत्‍तर प्रदेश में तत्कालीन डीआइजी लखनऊ नवनीत सिकेरा ने जून 2013 में पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन आराम देने की योजना बनाई थी। शोध में योजना के सार्थक साबित होने के बावजूद विभाग के जिम्मेदार नौ साल बाद भी इस पहल को स्थाई तौर पर लागू नहीं करा सके।

इन सबके बावजूद जून 2013 में पुलिसकर्मियों के लिए शुरू की गई साप्ताहिक अवकाश योजना लखनऊ में नौ साल से छुट्टी पर है। भदोही पुलिस ने नौ दिन की ड्यूटी के बाद एक दिन की छुट्टी देने की व्यवस्था लागू की है। इससे अन्य जिलों के पुलिसकर्मियों में भी उम्मीद की किरण जगी है।

अन्य कर्मचारियों की अपेक्षा छुट्टियां भी कम : पुलिसकर्मियों को अन्य सरकारी कर्मचारियों की अपेक्षा वर्ष में महज 60 छुट्टियां ही दी जाती हैं। इनमें 30 सीएल और 30 इएल शामिल हैं। पुलिसकर्मियों को इन छुट्टियों के लिए भी माथापच्ची करनी पड़ती है। खास बात ये है कि त्योहार व अन्य सार्वजनिक अवकाश पर पुलिसकर्मियों की छुट्टी निरस्त कर दी जाती है।

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