हारे मंत्री को मिलेगी ये जिम्मेदारी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को जब लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, उसके साक्षी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भाजपा शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्री और पांच उप मुख्यमंत्री भी बनेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में योग गुरु बाबा रामदेव, विभिन्न मठों और मंदिरों के महंत भी मौजूद रहेंगे। यूपी में उद्योग स्थापित करने वाले और उद्योग संचालित करने वाले सभी प्रमुख उद्योगपतियों को भी आमंत्रित किया गया है। वहीं, विधानसभा चुनाव में कड़े मुकाबले में चुनाव हारे पूर्व मंत्रियों, विधायकों और पार्टी के दिग्गज नेताओं को अब भाजपा संगठन और सरकार में समायोजित किया जाएगा। पार्टी ने अपने नेताओं का हौसला बनाए रखने के लिए उन्हें किसी न किसी रूप में सम्मान देकर उनका क्षेत्र व समाज में उपयोग करने की योजना बनाई है। विधानसभा चुनाव में प्रदेश सरकार में मंत्री रहे सुरेश राणा, राजेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. सतीश द्विवेदी, आनंद स्वरूप शुक्ला, छत्रपाल गंगवार, चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय व लाखन सिंह राजपूत चुनाव हार गए हैं।
इसी तरह विधायक रहे संगीत सोम, राघवेंद्र प्रताप सिंह, नरेश सैनी, हरिओम यादव और रामवीर उपाध्याय सहित अन्य दिग्गज भी चुनाव हारे हैं। प्रदेश महामंत्री अमर पाल मौर्य, प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई भी चुनाव हारे है। पार्टी का मानना है कि त्रिकोणीय मुकाबले या जातीय समीकरण में ये प्रमुख चेहरे भले ही चुनाव हार गए, लेकिन उनका अपने समाज और क्षेत्र में प्रभुत्व है। इसका उपयोग करने के लिए उन्हें संगठन, राज्यसभा, निगम, आयोग और बोर्ड में जगह दी जाएगी। इनमें से कुछ नेताओं को विधान परिषद भी भेजा जा सकता है।भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि विधान परिषद में मनोनीत कोटे की छह सीटों पर मनोनयन और विधानपरिषद की 13 सीटों पर चुनाव इसी साल होना है।