उत्तर प्रदेशराज्य

सफाई कर्मचारी बना विधायक

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:यूपी में एक सफाई कर्मी विधायक बन गए हैं। संत कबीर नगर जिले की धनघटा विधानसभा सीट से बीजेपी ने एक सफाई कर्मी को टिकट दिया था। नाम, गणेश चौहान है। उन्होंने सपा गठबंधन प्रत्याशी अलगू प्रसाद चौहान को हराकर जीत दर्ज की।

विधायक गणेश चौहान अपनी माता के साथ

सफाईकर्मी से बने विधायक
गणेश चौहान का जन्म 4 मई 1986 को संत कबीर नगर जिले के मूड़ाडीहा गांव में हुआ। गणेश के पिता सुरेश चंद्र पेशे से राजमिस्त्री हैं। इनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई उसी जिले में हुई। 2008 में इन्होंने पंडित दीन दयाल विश्वविद्यालय गोरखपुर से ग्रेजुएशन किया।

जब गणेश चौहान अपनी स्कूली पढ़ाई कर रहे थे, तब उस समय स्कूल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी RSS का कैंप लगा तो गणेश प्रभावित हो गए। संघ से जुड़ जाने के बाद से ही वह अपने क्षेत्र के लोगों के कार्यों में लग गए। ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद गणेश रोजी रोटी के लिए मजदूरी करने लगे, लेकिन साल 2009 में सफाई कर्मचारी के पद पर भर्ती हो गए। तेज तर्रार होने के कारण 2009 में ही गणेश सफाई कर्मचारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष बन गए।

पहला चुनाव जिला पंचायत सदस्य
गणेश चौहान ने नौकरी पर रहते ही 2010 में अपने पिता को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया। इस चुनाव में उनके पिता तीसरे नंबर पर रहे। 2014 में वह सफाई कर्मचारियों के प्रदेश संगठन मंत्री बने। लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय होने के कारण गणेश 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट ना देकर श्री राम चौहान को दे दिया।

कर्ज लेकर पत्नी को ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़वाया
गणेश चौहान 2021 में अपनी पत्नी कालिंदी देवी को हैंसर ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़वाया, लेकिन इनकी पत्नी 3 वोट से हार गई। स्थानीय बताते हैं कि सफाई कर्मचारियों के आर्थिक सहयोग और कर्ज लेकर गणेश अपने पत्नी को ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में उतारा था। क्षेत्र में सक्रिय होने के कारण बीजेपी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में गणेश को अपना उम्मीदवार बनाया। बता दें कि टिकट मिलने से पहले ही उन्होंने सफाई कर्मचारी पद से इस्तीफा दे दिया था। फिर चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की।

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