उत्तर प्रदेशलखनऊ

विधानसभा अध्यक्ष को नहीं मिला मौका

 स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मंगलवार दोपहर में समाजवादी पार्टी (एसपी) के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद देर शाम भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 17 और प्रत्याशियों की सूची जारी करने के साथ ही लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों को लेकर चल रही सभी अटकलों को विराम लगा दिया। पति-पत्नी की लड़ाई में जहां महिला कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह का सरोजनीनगर से टिकट कट गया है वहीं पार्टी ने ज्यादा उम्र के चलते विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित को भी फिर भगवंतनगर से चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया है।

 मंत्री स्वाति सिंह व उनके पति भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के बीच चल रही आपसी खींचतान का आखिरकार दंपती को ही नुकसान उठाना पड़ा है। 

मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल और चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय पर विश्वास जताते हुए पार्टी ने दोनों को उनकी पुरानी सीट से ही चुनाव लड़ाने का निर्णय किया है। आशुतोष लखनऊ पूर्व और चन्द्रिका चित्रकूट से विधायक हैं। लखनऊ कैंट से विधायक सुरेश तिवारी और बक्शी का तालाब से अविनाश त्रिवेदी का टिकट काट दिया गया है। 17 प्रत्याशियों की सूची में दलबदलुओं को भी जगह दी गई है। पार्टी ने अंतत: दोनों में से किसी को भी टिकट न देने का निर्णय किया। एक दिन पूर्व ही ईडी लखनऊ के ज्वाइंट डायरेक्टर के पद से वीआरएस लेने वाले राजेश्वर सिंह को भाजपा ने सरोजनीनगर सीट से प्रत्याशी बनाया है।

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