ठाकुरवाद के आरोपों पर योगी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:सीएम योगी ने कहा है कि केवल राजपूतों की राजनीति के आरोप पर मुझे कोई दुख नहीं, भगवान भी इसी जाति के थे। उन्हें क्षत्रिय होने पर गर्व है। ‘क्षत्रिय जाति में पैदा होना कोई अपराध नहीं है। देश की इस जाति में भगवान ने बार-बार जन्म लिया है। अपनी जाति पर स्वाभिमान हर व्यक्ति को होना चाहिए।’
दरअसल, एक इंटरव्यू में सीएम योगी से सवाल किया गया था, ‘जब आपसे ये कहा जाता है कि आप सिर्फ राजपूतों की राजनीति करते हैं, तो क्या आपको दुख होता है? सीएम योगी ने इस सवाल के जवाब में कहा कि नहीं… उन्हें कोई दुख नहीं होता है। क्षत्रिय जाति में पैदा होना कोई अपराध नहीं है’।
हालांकि, इसके बाद सीएम योगी यह सफाई भी देते है कि उन्होंने जाति के आधार पर सरकार में कोई भेद-भाव नहीं किया। सरकार की योजनाओं का लाभ हर धर्म और जाति के लोगों को बराबर मिला है। सीएम आगे पूछते हैं कि विपक्ष ये बताए कि गरीबों के लिए बनाए गए 43 लाख घरों में से कितने राजपूतों को मिले हैं?
राज्य में अपराधियों पर सख्ती के लिए योगी सरकार ने तारीफ तो बटोरी है, मगर इन अपराधियों की लिस्ट में एक जाति के लगभग गायब होने की वजह से अब सरकार के जातिगत समीकरण को लेकर सवाल उठे। क्रिकेट खेलते धनंजय सिंह के वायरल वीडियो पर सवाल खड़े हुए। कहा गया कि धनंजय ब्राह्मण होते तो कार्रवाई हो जाती।
पुलिसिया कार्रवाई का रुख अब माफिया की जाति देखकर तय किया जा रहा है। धनंजय सिंह के साथ ही बृजेश सिंह, अभय सिंह, पवन सिंह और रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।