उत्तर प्रदेशराज्य

तीन गुनी बढ़ी खपत

स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:कोरोना की बढ़ती रफ्तार देख आमजनों में संक्रमण से बचाने वाले पहले कवच मास्क की बिक्री ने गति ले ली है। दाेहरे मास्क के बढ़ते चलन से खपत बढ़कर पांच गुना से भी अधिक हो गई है। कपड़े की तुलना में डिस्पोजल मास्क की खपत ज्यादा है। यही हाल सैनिटाइजर का है। लोगों ने इसकी शीशियां जेब में रखना शुरू कर दिया है। नतीजा इसकी बिक्री में भी इजाफा हो गया है। यही नहीं जरूरत की दवाओं की खरीद भी तेज हुई है। इनमें प्रमुख रूप से एजिथ्रोमाइसिन, विटामिन सी, पैरासिटामाल आदि दवाओं की बिक्री तेज हुई है। एन-95 मास्क भी बाजार में छाए हुए हैं ।

कोरोना की बढ़ती रफ्तार देख आमजनों में संक्रमण से बचाने वाले पहले कवच मास्क की बिक्री ने गति ले ली है।

बीते साल कोरोना काल में मास्क की खपत प्रतिदिन औसतन करीब 75, 000 से 90,000 के बीच थी। अब यह बढ़कर करीब साढे़ तीन लाख तक पहुंच गई है। दवा विक्रेता समिति के प्रवक्ता सीएम दुबे बताते हैं कि एक बार फिर दोहरे मास्क को लोग अपना रहे हैं। इसी वजह से चार से पांच गुना मास्क की बिक्री में उछाल आया है। इनमें द्विस्तरीय एवं त्रिस्तरीय डिस्पोजल मास्क ज्यादा खरीदे जा रहे हैं। सस्ता विकल्प होने के कारण यह आम लोगों की पहली पसंद है।बाजार में इन्हें ओटी मास्क यानी आपरेशन थियेटर वाले मास्क के रूप में भी जाना जाता है। एन-95 की डिमांड है लेकिन महंगे होने के कारण आमजन इसे कम खरीदते हैं।

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