यात्री कोरोना की तीसरी लहर को गंभीरता से नहीं ले रहे
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर पूरे विश्व में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके बावजूद कुछ लोग इसकी गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं और लगातार लापरवाही कर रहे हैं। बाजार हो या रेलवे स्टेशन यहां बड़ी संख्या में लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह दिख रहे हैं।प्रयागराज जंक्शन पर इस हकीकत की पड़ताल की तो पता चला कि यहां कोरोना की जांच की व्यवस्था तो की गई है लेकिन यात्री खुद जांच कराने से कतरा रहे हैं।
मॉस्क न लगाने पर 100 रुपये का जुर्माना
प्रयागराज रेलवे जंक्शन पर मॉस्क पूरी तरह से अनिवार्य कर दिया गया है। नियम इतने सख्त किए गए हैं यदि कोई रेल यात्री स्टेशन के अंदर या बाहर जा रहा है और मॉस्क नहीं लगाया है तो उससे 100 रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है। स्टेशन पर वीके द्विवेदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग व रेलवे की टीम यहां मास्क लगाने के लिए लोगों से अपील कर रही है। इसके बावजूद भी लोग नजरअंदाज कर बिना मास्क लगाए स्टेशन पर पहुंच जा रहे हैं।
रेलकर्मियों व यात्रियों के बीच होती रहती है कहासुनी
ज्यादातर यात्री न तो कोविड की जांच करा रहे हैं और न ही मॉस्क लगा रहे हैं। जब वहां मौजूद स्टाफ यात्रियों को बिना मास्क लगाए अंदर न जाने की नसीहत दे रहे हैं तो लोग उनसे भिड़ जा रहे हैं। स्टाफ के लोग उनसे हाथ जोड़कर मॉस्क लगाने की अपील करते रहते हैं।
7000 सैंपलों की जांच प्रतिदिन
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. एके तिवारी ने बताया कि नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सैंपलों की जांच में तेजी लाई गई है। अब प्रतिदिन करीब 7000 सैंपलों की जांच कराई जा रही है।