छात्रों का कम हुआ रुझान, 200 सीटें पड़ी खाली
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लखनऊ विश्वविद्यालय में इस बार एमबीए पाठ्यक्रम में अभ्यर्थियों का रुझान कम होता नजर आ रहा है। यही वजह है कि पर्याप्त मौका दिए जाने के बाद भी विश्वविद्यालय के नए परिसर स्थित इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट साइंसेज (आइएमएस) में संचालित एमबीए पाठ्यक्रम में करीब 200 सीटें खाली हैं।
अब इन पर सीधे दाखिले का मौका देते हुए काउंसलिंग शुरू की गई है। कई अभ्यर्थी प्रवेश लेने पहुंच रहे हैं। उनके पास चार दिसंबर तक समय है। विश्वविद्यालय के जानकीपुरम स्थित दूसरे परिसर में इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट साइंसेज (आइएमएस) संचालित है। यहां एमबीए (फाइनेंस एंड कंट्रोल), एमबीए (एचआर), एमबीए (मार्केटिंग), एमबीए (इंटरनेशनल बिजनेस) और एमबीए (एंटरप्रेन्योरशिप एवं फैमिली बिजनेस) पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा हो चुकी है। लेकिन अभी तक सीटें नहीं भर पाई हैं।
ऐसे में इन सीटों को भरने के लिए स्पॉट काउंसलिंग का समय दिया गया है। दो दिनों में कुछ अभ्यर्थी प्रवेश लेने पहुंचे। संस्थान के निदेशक प्रो. एमके अग्रवाल ने बताया कि अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए शुल्क दो हिस्सों में जमा करने की सुविधा दी गई है। पहले 40 हजार रुपये शुल्क का ड्राफ्ट जमा करना होगा। शेष बची हुई धनराशि 14 दिन में जमा करने का मौका रहेगा।
10 दिसंबर तक फीस जमा करने का मौकाः लखनऊ विश्वविद्यालय ने सत्र 2020-21 के विषम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को फीस जमा करने का चौथी बार अवसर पर दिया है। ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने अब तक कोविड-19 महामारी की वजह से फीस नहीं जमा की है, उन्हें अंतिम अवसर देते हुए 10 दिसंबर तक समय दिया गया है। कुलसचिव डा. विनोद कुमार सिंह ने निर्देश जारी किए हैं।