उत्तर प्रदेशराज्य

जीका वायरस के रोगी मिलने से बरेली में भी अलर्ट

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कोरोना का प्रकोप भले ही प्रदेश में कम हो गया हो लेकिन अब अन्य वायरस जनित बीमारियों ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। डेंगू के साथ ही जीका वायरस से ग्रसित मरीजों की संख्या प्रदेश में तेजी से बढ़ रही है। बीते दिनों प्रदेश के कानपुर जिले में 23 मरीजों में जीका वायरस की पुष्टि हो चुकी है। वहीं शनिवार को कन्नौज में भी जीका वायरस का पहला केस सामने आ चुका है। जीका के बढ़ते केस के चलते शासन की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिसके बाद जिले में भी सावधानी बढ़ा दी गई है।

कोरोना का प्रकोप भले ही प्रदेश में कम हो गया हो लेकिन अब अन्य वायरस जनित बीमारियों ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है।

आरआरटी और डीबीसी को दिए निर्देश 

शासन से अलर्ट जारी होने के बाद सीएमओ ने आरआरटी यानि रेपिड रिस्पांस टीम और पूरे जिले में भर में डेंगू और मलेरिया की जांचों के लिए डोर-टू-डोर सर्वे के लिए लगाई गईं। डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स की टीमों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी डोर टू डोर सर्वे के दौरान लोगों को जीका वायरस से बचाव के प्रति जागरूक करेंगे वहीं अगर किसी मरीज में जीका वायरस से ग्रसित होने के लक्षण मिलते हैं तो फौरन इसकी जानकारी आइडीएसपी सेल को देंगे।

जीका वायरस भी मच्छर की उसी प्रजाति से फैलता है जिससे डेंगू भी फैलता है, यानी एडीज मच्छर। जीका वायरस स्लाइवा और सीमेन जैसे शरीर के तरल पदार्थ के आदान-प्रदान से संक्रामक हो सकता है। यह मनुष्यों के खून में भी पाया जा सकता है।

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