RSS की टॉप लीडरशिप की बड़ी बैठक
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की टॉप लीडरशिप आज से पांच दिनों तक चित्रकूट में सियासी मंथन करेगी। इस बैठक को चिंतन शिविर का नाम दिया गया है। आगामी यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। बैठक में कोविड महामारी नियंत्रण पर चर्चा के साथ ही यूपी चुनाव की तैयारियों के बारे में भी चर्चा की जाएगी। इस बैठक में RSS प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे। यह 13 जुलाई तक चलेगी।
बैठक में भागवत के अलावा सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, डॉ. कृष्ण गोपाल, अरुण कुमार, डॉ. मनमोहन वैद्य, भैया जी जोशी सहित कई राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा देश भर के सीनियर प्रचारक वर्चुअली इससे जुड़ेंगे। संघ की ओर से कहा गया है कि बैठक संघ के संगठनात्मक विषयों पर केंद्रित रहेगी।
संघ कर सकता है मुस्लिमों को राष्ट्रवादी विचारधारा से जोड़ने की पहल
- चित्रकूट की इस बैठक से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत का गाजियाबाद में डीएनए वाला बयान चर्चाओं में है। गाजियाबाद में ही संघ प्रमुख ने कहा था कि पूजन विधि के आधार पर हिंदू और मुसलमानों को अलग नहीं किया जा सकता। सभी भारतीयों का डीएनए एक ही है। उन्होंने भाषा, प्रांत और अन्य विषमताओं को छोड़ एक होकर भारत को विश्वगुरु बनाने की हिमायत भी की थी।
- प्रचारकों की इस बैठक को लेकर अटकलें लगाई जा रही है कि संघ ने राष्ट्रवादी सोच के साथ मुस्लिमों को भी जोड़ने का मन बना लिया है। इस बैठक में हिंदुत्व के साथ राष्ट्रवादी मुसलमानों को अपनी विचारधारा से जोड़ने की दिशा भी तय की जा सकती है।
जेपी नड्डा समेत कई सीएम भी संघ प्रमुख से कर सकते हैं मुलाकात
मध्यप्रदेश के हिस्से वाले चित्रकूट में होने वाले संघ के चिंतन शिविर में देशभर से क्षेत्रीय प्रचारक सहित BJP के कुछ बड़े राष्ट्रीय नेताओं के पहुंचने की संभावना है। बताया जा रहा है कि शिविर में BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मप्र मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी संघ प्रमुख से मुलाकात कर सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि इस बैठक में कुछ केंद्रीय मंत्री भी मोहन भागवत से मुलाकात करने के लिए चित्रकूट आ सकते हैं।
यूपी विधानसभा को लेकर हो सकती है चर्चा
चित्रकूट में होने वाली आरएसएस की पांच दिवसीय बैठक में उत्तर-प्रदेश की सियासी नब्ज टटोली जाएगी और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन किया जाएगा। इसके साथ ही संघ सरकार के कामकाज का भी आंकलन कर सकता है। माना जा रहा है कि जिन पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, उसमें यूपी सबसे अहम है। लिहाजा यूपी की जमीनी हकीकत पर संघ की इस बैठक में चर्चा संभव है।
बैठक में 300 पदाधिकारी वर्चुअली जुडेंगे
इस बैठक में 8 जुलाई को संघ के क्षेत्रीय प्रचारक चित्रकूट पहुंचेंगे, जबकि 9 जुलाई और 10 जुलाई को होने वाली क्षेत्रीय प्रचारक की बैठक में मोहन भागवत हिस्सा लेंगे। इसके बाद 10 और 11 जुलाई को प्रांतीय प्रचारकों के साथ मोहन भागवत वर्चुअली बैठक लेंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए 300 प्रचारक ऑनलाइन इस बैठक से जुड़ेंगे।