बिजली बचाने का नायाब तरीका
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:रेलवे स्टेशनों पर भी अब बिना वजह बिजली की खपत नहीं होगी। प्लेटफार्म और वेटिंग हाल में लगे पंखे यात्रियों को देखकर ही चलेंगे। लोगों के आने पर स्वत: चलने लगेंगे। यात्रियों के जाने पर खुद बंद हो जाएंगे। पूर्वोत्तर रेलवे के दफ्तरों की तरह स्टेशनों पर भी सेंसरयुक्त पंखे और बल्ब लगाए जाएंगे।
यात्रियों के नीचे बैठने पर अपने आप चलने लगेंगे पंखे, हटते ही हो जाएंगे बंद
फिलहाल, प्रयोग के तौर पर वाराणसी मंडल के भटनी जंक्शन पर सेंसरयुक्त पंखे लगा दिए गए हैं। इन पंखों में सेंसर लग जाने से बिजली की बचत होने लगी है। होली बाद गर्मी बढऩे के साथ गोरखपुर सहित अन्य स्टेशनों पर भी सेंसरयुक्त पंखे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पंखों के अलावा रेलवे प्रशासन ने सेंसरयुक्त बल्ब लगाने की तैयारी भी शुरू कर दी है।
रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म और वेटिंग हाल में लगे पंखे यात्रियों के नहीं रहने पर भी 24 घंटे चलते रहते हैं। अनावश्यक बिजली की खपत होती है। न यात्री ध्यान देते हैं और न रेलकर्मी। ऐसे में बिजली की अनावश्यक खपत को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने यह अहम कदम उठाया है। हालांकि, मुख्यालय गोरखपुर सहित लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के प्रमुख कार्यालयों में पहले से ही सेंसरयुक्त बल्ब और पंखे लगे हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यालय से निकलते ही बल्ब और पंखे अपने आप बंद हो जाते हैं। रेलकर्मियों की मौजूदगी के बाद भी कोई हलचल नहीं होने पर बल्ब आटोमेटिक बुझ जाते हैं।ऊर्जा संरक्षण को लेकर निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। भटनी जंक्शन पर ट्रायल के लिए पंखों में सेंसर लगाए गए हैं। इससे यात्रियों के नीचे बैठने पर ही पंखे चलेंगे। जैसे ही यात्री हटेंगे, पंखे अपने आप बन्द हो जाएंगे।