सड़कों ने बदल दी गोरखपुर की सूरत
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :प्रदेश सरकार के चार साल पूरे होने वाले हैं और इन चार सालों में सड़क एवं अन्य अवस्थापना सुविधाओं पर खूब काम हुआ है। गोरखपुर व आसपास के क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछने से विकास को रफ्तार मिली है। करोड़ों की लागत से बन रहे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे से दक्षिणांचल के विकास को पंख लगे हैं। इससे लखनऊ पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा तो प्रयागराज की दूरी भी कम हो जाएगी।
मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक सड़क चौड़ीकरण का काम अपने अंतिम चरण में
मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक सड़क चौड़ीकरण का काम अपने अंतिम चरण में है। इस मार्ग पर जाम की समस्या रहती थी, सड़क चौड़ा हो जाने से जाम से निजात मिल सकी है। सड़क के दोनों ओर निर्माण होने से चौड़ीकरण कर पाना आसान नहीं था लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस मुश्किल काम को आसान बनाया गया। सभी व्यापारियों व लोगों से बात कर जरूरत पड़ने पर उनके भवन भी तोड़े गए। आज उस स्थान से गुजरने में समय बर्बाद नहीं होता।
आवागमन की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए नंदानगर में रेलवे क्रासिंग पर अंडर पास बनाया गया। इस अंडर पास के बन जाने से एयरपोर्ट पर देर से पहुंचने की समस्या खत्म हो गई है। कुसम्ही की ओर रहने वाले लोगों का भी शहर आने-जाने में अब कम समय लगता है। बिहार को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर स्थित होने के कारण यह अंडर पास और भी महत्वपूर्ण हो चुका है।
हर वर्ग की सुविधा का रखा गया ख्याल
पिछले चार सालों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास में सभी का ध्यान रखा गया। शहर की बड़ी आबादी को राहत देने के लिए करोड़ों की लागत से वसुंधरा मोड़ से तुर्रा नाले तक छह हजार मीटर आरसीसी नाले का निर्माण किया जा रहा है। करोड़ों रुपये की लागत से रागढ़ताल क्षेत्र का सुंदरीकरण किया गया। तहसीलों एवं कलेक्ट्रेट में अधिवक्ता चैंबर भवनों का निर्माण कराया गया तो न्यायालयों में न्यायालय भवन बनवाए गए। सर्किट हाउस परिसर में एनेक्सी भवन सभागार का निर्माण करवाया गया है। प्रशासनिक बैठकों के लिए बेहतर स्थान उपलब्ध हो सका है।