दो नए विषयों की शुरू होगी PhD
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के अभिनव गुप्त संस्थान में आगामी सत्र से छात्र-छात्राएं संस्कृत शैवदर्शन, सौंदर्य शास्त्र, नाट्य शास्त्र और तंत्रागम विषय में पीएचडी में दाखिले ले सकेंगे। इसके अलावा सौंदर्य शास्त्र एवं संस्कृत रंगमंच विषय में डिप्लोमा कोर्स भी प्रवेश लिया जा सकेगा। इसके लिए संस्थान का नया भवन बनकर तैयार है, जिसका उद्घाटन आगामी 23 मार्च को उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा करेंगे। इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है।
विश्वविद्यालय के न्यू कामर्स विभाग के पास अभिनव गुप्त संस्थान का पुराना भवन बना था। लेकिन पूर्व कुलपति प्रो. एसपी सिंह के कार्यकाल में नए सत्र को मंजूरी मिल गई थी। कला संकायध्यक्ष प्रो. बृजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि संस्थान का भवन बनकर तैयार हो गया है। 23 मार्च को दोपहर 12 बजे उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा इसका उद्घाटन करेंगे। 24 मार्च को व्याख्यान का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक एमए संस्कृत में शैव दर्शन और सौंदर्य शास्त्र का एक-एक पेपर शामिल था। अब इन दोनों विषयों का अलग कोर्स तैयार किया गया है, जिससे छात्र इसके बारे में ठीक से जान सकें। साथ ही इन कोर्सों में पीएचडी भी शुरू कर सकेंगे। उनका दावा है कि अभी तक भारत में कहीं भी इन कोर्सों में पीएचडी नहीं कराई जाती है।
तीन मंजिला बनाया गया है भवन
अभिनव गुप्त संस्थान का नया भवन 2.69 करोड़ की लागत से बनाया गया है। तीन मंजिल के इस भवन में लाइब्रेरी, कई बड़े क्लासरूम, हाल की सुविधा रहेगी। भवन हस्तांतरित करने की प्रक्रिया भी पूरी होने वाली है।