नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :एनएचएम में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एक युवक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पकड़े गए आरोपित हरदोई और गोंडा जिले के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। एसपी ने पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम देने की घोषणा की।
अपर पुलिस अधीक्षक शहर कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का धंधा करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी मिली थी। इन्हें पकड़ने के लिए एसओजी प्रभारी निखिल कुमार श्रीवास्तव व देहात कोतवाली प्रभारी ओमप्रकाश चौहान को टीम के साथ लगाया गया था। पुलिस टीम ने गुरुवार को गोलवाघाट के पास ठगों के मौजूद होने की जानकारी मिलने पर घेराबंदी की और दो को गिरफ्तार कर लिया। एक युवक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
पकड़े गए आरोपितों में गोंडा जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के सलनामीपुरवा बाबागंज निवासी अवधेश मिश्र उर्फ दीपू हरदोई जिले के बेनीगंज थाना क्षेत्र के बाने कुइंया निवासी देवेंद्र शुक्ल शामिल हैं। फरार आरोपित की पहचान अली हुसैन पुत्र सुल्तान निवासी धानेपुर बाजार जिला गोंडा के रूप में की गई।
पोस्ट के हिसाब से होती थी वसूली
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि अभ्यर्थियों को बताया था कि उनकी कंपनी मां पाटेश्वरी कांट्रक्शन एंड सिक्योरिटी सर्विस को कस्तूरबा गांधी विद्यालय में सिक्योरिटी गार्ड व सुपरवाइजर के अलावा एनआरएचएम में लिपिक व चपरासी के पद पर नियुक्ति के लिए शासन से टेंडर मिला है। चपरासी के लिए 10 हजार व सुपरवाइजर पद के लिए 40 हजार रुपये, एनआरएचएम में लिपिक के लिए पांच लाख व चपरासी के लिए साढ़े तीन लाख रुपये की वसूली करते थे।
श्रावस्ती जिले के गिलौला के सुविखा निवासी उदय प्रकाश शुक्ल व बलरामपुर जिले के रेहरा थाना क्षेत्र के सरायखास निवासी पप्पू वर्मा ने देहात कोतवाली में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पकड़े गए आरोपितों के पास कई फर्जी नियुक्तिपत्र, लैपटॉप, कार, रसीद बुक, चार मोहर व अन्य सामान बरामद किया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में देहात कोतवाली के एसआइ अरविंद कुमार मिश्र, आरक्षी रामदयाल कनौजिया, नरोत्तम पुरी, सिराजुद्दीन व एसओजी टीम के जितेंद्र यादव, रविप्रताप यादव, नितिन अवस्थी, ज्ञानबहादुर, मोहम्मद अख्तर शामिल रहे।