उत्तर प्रदेशराज्य

थर्ड इकोनोमी बोगी का ट्रायल सफल

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : एसी थर्ड बोगियों में सफर करने वाले यात्रियों को महत्वपूर्ण ट्रेनों की लंबी वेटिंग से जल्द राहत मिलेगी। जल्द ही रेलवे के बेड़े में 83 सीटों वाली एसी थर्ड इकोनोमी बोगी शामिल हो जाएंगी। अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन (आरडीएसओ) की टीम ने देश के अलग-अलग सेक्शन पर एसी थर्ड इकोनोमी बोगी का ट्रायल किया है। इसको अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ाया गया। जबकि तेज गति के दौरान उठने वाले कंपन को भी परखा गया। आरडीएसओ के मानकों पर यह ट्रायल सफल पाया गया है। अब मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त को उनकी क्लीयरेंस के लिए निरीक्षण का पत्र लिखा गया है। वहीं इस कोच को मंगलवार को कोटा रेल मंडल से दिल्ली भेज दिया गया है।

अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन (आरडीएसओ) की टीम ने देश के अलग-अलग सेक्शन पर एसी थर्ड इकोनोमी बोगी का ट्रायल किया है।

रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला ने लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) क्लास की एसी थर्ड इकोनोमी बोगी को बनाया है। अब तक एलएचबी की इकोनोमी बोगी में 72 सीटें होती हैं। जबकि पुराने कनवेंशनल कोच में 64 सीटें ही रहती हैं। एसी प्लांट वाले हिस्से को डिजाइन कर एक केबिन बढ़ायी गयी है। अब एसी थर्ड में 72 की जगह 83 सीटें होने से प्रत्येक बोगी 11 यात्रियों को अधिक कंफर्म सीटें मिलेंगी। राजधानी की तरह पूरी तरह एसी बोगियों वाली ट्रेनों में इन बोगियों से 110 से 132 अधिक सीटें होंगी। जबकि लखनऊ मेल और पुष्पक जैसी सभी क्लास वाली ट्रेनों में पांच से छह एसी थर्ड की बोगियां 55 से 66 वेटिंग को कंफर्म करेंगी।

आरडीएसओ लखनऊ की टीम ने साउथ सेंट्रल रेलवे के कई सेक्शन पर 19 फरवरी से आक्सीलेशन ट्रायल शुरू किया। इसके बाद राजस्थान के कोटा रेल डिवीजन में इस बोगी को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रायल किया गया। जिसमें इसकी स्मूथ राइडिंग, ब्रेक लगाने की क्षमता, कंपन, इलेक्ट्रिक पार्ट के काम को देखा गया। एसी सेट और फायर सेफ्टी को भी परखा गया। आरडीएसओ के मानकों पर यह ट्रायल सफल रहा है।

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