उत्तर प्रदेशराज्य

आठ हजार करोड़ का निवेश पहली बार आया यहाँ

स्वतंत्रदेश,लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खाद कारखाना के रूप में गोरखपुर में पहली बार आठ हजार करोड़ रुपये का निवेश आया है। खाद कारखाना शुरू होने के साथ ही स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी शुरू किया जाएगा। खाद कारखाना से किसानों को समय से यूरिया मिलेगी तो युवाओं को रोजगार। स्किल डेवलपमेंट सेंटर से युवाओं को खाद कारखाना के साथ ही बाहर भी रोजगार मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चिलुआताल खाद कारखाना के लिए बड़ा जलस्रोत बना है।

खाद कारखाना का निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1990 में खाद कारखाना बंद हुआ था। 26 वर्ष बाद वर्ष 2016 में नए खाद कारखाना का शिलान्यास कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार किया था। किसानों को समय से खाद एवं रसायन के लिए देश पर ही निर्भर रहने के लिए प्रधानमंत्री ने क्षमता विकसित की। वर्ष 2018 में खाद कारखाना का काम शुरू हुआ। एक वर्ष से देश और दुनिया महामारी से जूझ रहे हैं। इसके बाद भी  हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) की प्रगति संतोषजनक है। जो काम बचे हैं उन्हें कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर पूरा किया जाए। प्रयास होगा कि प्रधानमंत्री को गोरखपुर आमंत्रित कर खाद कारखाना को राष्ट्र को समर्पित कराया जाए।

54 साल बार फिर जापान की टोयो ने किया काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि वर्ष 1967-68 में जब फर्टिलाइजर कारपोरेशन आफ इंडिया के सहयोग से गोरखपुर में खाद कारखाना का निर्माण शुरू हुआ तो जापान की टोयो कंपनी ने काम किया था। कंपनी ने अच्छा काम किया और यहां की यूरिया को उत्तर प्रदेश, बिहार के साथ ही झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी काफी पसंद किया जाता था

कोरोना समाप्ति की ओर

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना समाप्ति की ओर है। फिर भी हमें सतर्कता नहीं छोडऩी चाहिए।

एमडी की तारीफ की

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एचयूआरएल के एमडी अरुण कुमार गुप्ता की तारीफ की। कहा कि जब खाद कारखाना का काम शुरू होना था तब अरुण कुमार गुप्ता आए थे। वह पूरी तत्परता से खाद कारखाना का निर्माण पूरा कराने में जुटे हुए हैं। निर्माण कार्य में रुचि लेते हैैं और जरूरतों के बारे में तत्काल अवगत कराते हैं।

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