वित्त मंत्री ने दिया मुंहतोड़ अंदाज में जवाब
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : राज्यसभा में आज बजट सत्र का आखिरी दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण के कारण चर्चा में रहा। शुक्रवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2021 पर हुई चर्चा का राज्यसभा में जवाब दिया। इस दौरान वह विपक्षी दलों पर जमकर बरसीं। बजट सत्र के दौरान विपक्ष किसान आंदोलन और कृषि कानूनों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिशों में लगा हुआ है। इसको लेकर पीएम मोदी ने गुरुवार को सरकार का पक्ष रखा। इसके बावजूद विपक्ष सरकार के खिलाफ हमलावर है।
, आज बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा कि यह एक ऐसा बजट है जो स्पष्ट रूप से अनुभव, प्रशासनिक क्षमताओं और उस जोखिम को भी दर्शाता है जिसे पीएम ने अपने लंबे निर्वाचित कार्यकाल के दौरान- इस देश के सीएम और पीएम के रूप में- विकास, विकास और सुधारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर किया है।
सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
राज्यसभा में सरकार की उपलब्धियों पर बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज, 8 करोड़ लोगों को मुफ्त में खाना बनाने वाली गैस उपलब्ध कराई गई है और 40 करोड़ लोगों, किसानों, महिलाओं, दिव्यांगों और गरीबों और जरूरतमंदों को सीधे नकद राशि दी गई है
वित्त मंत्री ने विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष में कुछ लोगों के लिए यह लगातार आदत बन गई है, इसके बावजूद कि हम गरीबों के लिए क्या कर रहे हैं और इस देश के गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए जो कदम उठाए गए है। उन पर आरोप लगाने के लिए एक झूठी कहानी बनाई गई है कि ये सरकार केवल क्रोनियों के लिए काम करती है।
विपक्ष पर हमलावर होते हुए उन्होंने पूछा कि क्या पीएम आवास योजना के तहत 1.67 करोड़ से अधिक घर, क्या ये अमीर के लिए है ? ’17 अक्टूबर के बाद से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2.67 से अधिक घरों का विद्युतीकरण किया गया। सरकार के ई-मार्केट पर रखे गए आदेशों का कुल मूल्य 8,22,077 करोड़ रुपये है। क्या उन्हें बड़ी कंपनियों, MSMEs को दिया जा रहा है?
‘दामाद’ शब्द पर सदन में हंगामा
वित्त मंत्री ने आगे पूछा कि मुद्रा योजना के तहत स्वीकृत ऋण- 27,000 करोड़ रुपये से अधिक। मुद्रा योजना कौन लेता है ? दामाद ? वित्त मंत्री की इस टिप्पणी पर विपक्ष के हंगामे के बाद राज्यसभा में सीतारमण ने कहा कि ‘दामाद’, मुझे नहीं लगा कि यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का ट्रेडमार्क है। दामाद हर घर में होता है मगर दामाद इंडियन नेशनल कांग्रेस में एक स्पेशल नाम है।