राज्यसभा इतने तक के लिए स्थगित
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में जवाब दिया। सभी की निगाहें इस भाषण के दौरान प्रधान मंत्री पर रहीं। पीएम मोदी ने बोलते हुए सबसे पहले सभी सांसदों को धन्यवाद कहा, जिन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही को अपना समय दिया
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए सभी चिंताओं और सवालों का जवाब दिया। साथ ही किसानों को विश्वास दिलाया। ज्ञात हो संसद के बजट सत्र की शुरुआत के बाद से, विपक्ष ने लगातार कृषि कानूनों पर केंद्र पर हमला किया है।
सरकार ने विपक्ष पर कृषि कानूनों को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया है और आरोप लगाया है कि किसानों का विरोध केवल एक राज्य पंजाब में है। सरकार ने यहां तक कहा कि वह संशोधन के लिए तैयार है, लेकिन दावा किया कि कृषि कानूनों में कुछ भी गलत नहीं है।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद राज्यसभा में बोले। आजाद ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर के के संदर्भ में मुद्दा उठाया। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘जम्मू और कश्मीर में अधिकांश क्षेत्र जंगल और पहाड़ से घिरा हैं। जब इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया, तो कई सांसदों ने कहा कि वे वहां जमीन खरीदेंगे। मैंने कहा कि मैं ऐसा करने में सक्षम नहीं हूं और उनसे पूछा कि क्या उन्हें जम्मू और श्रीनगर में जमीन की लागत का पता है। इन शहरों में जमीन की कीमत 40-50 करोड़ रुपये प्रति एकड़ है।’
गुलाम नबी जी हमेशा शालीनता से बोलते हैं, कभी भी गंदी भाषा का इस्तेमाल नहीं करते। हमें उनसे यह सीखना चाहिए, मैं इसके लिए उनका सम्मान करता हूं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों की प्रशंसा की … मुझे विश्वास है कि आपकी पार्टी इसे सही भावना में लेगी, और जी -23 के सुझावों को सुनकर इसके विपरीत करने की गलती नहीं करेगी: पीएम
-पीएम मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा, मुझ पर भी कितना हमला हुआ, जो भी कहा जा सकता था कहा गया, पर मुझे बहुत आनंद हुआ, कि मैं कम-से-कम आपके काम तो आ सका।