उत्तर प्रदेशराज्य

15 फरवरी तक बन जाएगा लेदर क्लस्टर का डीपीआर

स्वतंत्रदेश,लखनऊ। रमईपुर में प्रस्तावित मेगा लेदर क्लस्टर  के विकास के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने का कार्य 15 फरवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी जिम्मेदारी इस्टर्न एंड यंग कंपनी को दी गई है। डीपीआर बनने के बाद तत्काल उसे वाणिज्य मंत्रालय के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग को सौंपा जाएगा। इसी के साथ अब सार्वजनिक उपयोग की 85 एकड़ भूमि को एक्सचेंज करने की प्रक्रिया जल्द पूर्ण करने की तैयारी है। मंडलायुक्त की अध्यक्षता में 21 दिसंबर को होने वाली बैठक में इस पर निर्णय लिया जाएगा। साथ ही प्रत्येक कार्य के लिए तिथि का निर्धारण भी किया जाएगा, ताकि समयबद्ध ढंग से प्रत्येक कार्य पूर्ण हो और फिर मुख्यमंत्री के हाथों इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी जा सके।

 

अब प्रशासन इस भूमि को एक्सचेंज कर क्लस्टर के नाम करेगा और फिर पूरे प्रोजेक्ट का लेआउट बनेगा। इसके बाद क्लस्टर टेंडर कराएगा।

85 एकड़ भूमि सार्वजनिक उपयोग की ली जाएगी

लेदर क्लस्टर में करीब 80 एकड़ में टेनरियों की स्थापना होगी, जबकि 40 एकड़ में कॉमन इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट व उससे जुड़ी हुई सुविधाओं का विकास किया जाएगा। अब इस प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार की हरी झंडी मिल गई है। अब यह प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट में शामिल हो गया है। ऐसे में अब मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर का प्रयास है कि प्रत्येक कार्य समयबद्ध ढंग से हो इसीलिए उन्होंने समन्वय समिति बनाई है। क्लस्टर के लिए 85 एकड़ भूमि सार्वजनिक उपयोग की ली जानी है। इसलिए मेगा लेदर क्लस्टर डेवलपमेंट यूपी लिमिटेड ने साढ़ गांव के पास इतनी ही भूमि का क्रय किसानों से  किया है। अब प्रशासन इस भूमि को एक्सचेंज कर क्लस्टर के नाम करेगा

Related Articles

Back to top button