उत्तर प्रदेशराज्य

किसान आंदोलन की आड़ में माहौल बिगाड़ने की साजिश

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :किसान आंदोलन की आड़ में कुछ शरारतीतत्व उत्तर प्रदेश में शांति-व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश भी रच रहे हैं। इसे लेकर यूपी पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। खास तौर पर किसानों के बीच जाकर गड़बड़ी करने का प्रयास करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सभी जगह किसानों के प्रदर्शनों की वीडियोग्राफी कराई जा रही है, ताकि किसी प्रदर्शन में शामिल शरारती व उपद्रवी तत्वों की पहचान कराकर कार्रवाई की जा सके।

किसान आंदोलन की आड़ में कुछ शरारतीतत्व उत्तर प्रदेश में शांति-व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश भी रच रहे हैं। इसे लेकर यूपी पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है।

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि किसानों की सभी समस्याओं को सुना जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी किसानों से लगातार वार्ता भी कर रहे हैं। सोमवार को भी किसान आंदोलन को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए सूबे में पूरी सतर्कता बरती गई। संवेदनशील व सीमावर्ती जिलों में 140 कंपनी पीएसी भी मुस्तैद रही। कहीं किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है।

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए थाना स्तर पर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति भी कराई गई है। ताकि शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसान संबंधित क्षेत्र के थाने में अपना ज्ञापन दे सकें, जिसे शासन तक पहुंचाने के पूरे बंदोबस्त किए गए हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों ने नौ जिलों में संभाला मोर्चा : किसान आंदोलन व प्रदेश के टोल प्लाजा को अवरुद्ध करने की घोषणाओं के चलते डीजीपी मुख्यालय ने 13 व 14 दिसंबर को सभी स्थानों पर सुरक्षा-व्यवस्था के कड़े निर्देश दिए थे। नौ जिलों में रेंज के आइजी व डीआइजी को कैंप करने व सुरक्षा-व्यवस्था की कमान संभालने का आदेश गया था। सोमवार को कन्नौज, पीलीभीत, बिजनौर, गाजियाबाद, फीरोजाबाद, एटा, फतेहपुर, चंदौली व लखीमपुर खीरी में रेंज के आइजी/डीआइजी मुस्तैद रहे और मोर्चा संभाला।

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