वर्चस्व कायम करने के लिए निर्मम हत्या
स्वतंत्रदेश, लखनऊ : अरवल पुलिस ने नंदना में किशोर की हत्या का राजफाश कर लिया। चार हत्यारोपितों को गिरफ्तार किया गया है। निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बांका और चाकू बरामद किए हैं। एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि हत्यारोपितों ने अपना वर्चस्व बनाने के लिए किशोर की हत्या की थी। बताया कि अरवल थाना क्षेत्र के ग्राम नंदना निवासी भीम पुत्र स्वर्गीय मोतीलाल 17 अक्टूबर को दुकान से घर आते समय गायब हो गया था। स्वजनों ने उसकी तलाश की, पता न चलने पर 20 अक्टूबर को थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराई।
23 अक्टूबर को गांव के बाहर धान के खेत में एक कंकाल के टुकड़े पड़े मिले थे। घटनास्थल पर मील कपड़े और चप्पल से रजनी और संतऋषि ने उसकी पहचान भीम के रूप में की थी। मां रजनी की तहरीर पर अज्ञात लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पुलिस ने पुरानी रंजिश के साथ ही हर पहलू पर जांच करना शुरू किया। जिसमें पता चला कि गांव के पूर्व प्रधान नन्हे बाबू के घर मृतक और उसके स्वजनों का आना जाना था। गांव निवासी रामकिशोर का पूर्व प्रधान से 2017 में विवाद हो गया था। जिस कारण रामकिशोर मृतक और उसके चाचा संतऋषि को उनके घर जाने से मना करते थे, लेकिन उनका आना-जाना बंद नहीं हुआ।
इसलिए रामकिशोर ने गांव निवासी राजीव, रामनिवास और कन्नौज निवासी भैयालाल के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 12 अक्टूबर को कन्नौज के गुरसहायगंज से बांका और चाकू खरीदा। 17 अक्टूबर को पहले शराब पी और इसके बाद घर जाते समय भीम का अपहरण कर खेत में ले जाकर हत्या कर दी। पहचान न हो सके इसलिए शव के टुकड़े कर खेतों में फेंक दिए। जंगली जानवर उन टुकड़ों को खा गए। आरोपित पहले तो हत्या की बात से मुकरते रहे, लेकिन जब चारों से अलग-अलग पूछताछ की गई तो सभी की बातें अलग-अलग थी। सख्ती करने पर रामनिवास ने पूरी घटना बताई।