पूछताछ में सीमा हैदर ने लिया खुनवां का नाम
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के सिद्धार्थनगर के खुनुवां बार्डर के रास्ते नेपाल से भारत पहुंचने के एसटीएफ के इनपुट के बाद सरहद पर चौकसी बढ़ा दी गई है। एसएसबी और सीमावर्ती थाने की पुलिस ने बार्डर पर संयुक्त रूप से चेकिंग शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार को दोनों देशों से आने-जाने वालों की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई। पहचान पत्र की जांच के साथ ही लोगों से आने-जाने का कारण भी पूछा जा रहा है।जिले से लगने वाली 68 किलोमीटर भारत-नेपाल सीमा पूरी तरह से खुली हुई है। यहां मुख्य मार्गों के अलावा पगड़ंडी के रास्ते से भी लोग आते-जाते हैं। इस खुली सरहद का लाभ अकसर देश विरोधी तत्व उठाते रहे हैं। जब भी देश के किसी हिस्से में आतंकी हमला या बड़ी घटना होती है तो सीमा पर सख्ती बढ़ा दी जाती है। लेकिन बृहस्पतिवार को सीमा पर एकाएक सघन चेकिंग और मेटल डिटेक्टर मशीन से जांच के बाद ही एक-एक व्यक्ति को प्रवेश दिया जाने लगा। दोनों देशों से आने-जाने वालों का पहचान पत्र देखा जाने लगा। आने-जाने का कारण, लौटकर आने का समय डायरी में नोट किया जाने लगा। यह कार्य एसएसबी और सीमावर्ती पुलिस के जवान कर रहे थे।
सख्ती के पीछे की वजह पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के खुनुवां बार्डर से नेपाल से भारत प्रवेश करना है। सूत्रों के मुताबिक यूपीएटीएस की पूछताछ में सीमा हैदर ने स्वीकार किया है कि वह 12 मई को नेपाल के पोखरा से बस पकड़ कर रूपनेदही खुनुवां बार्डर तक आई और भारतीय सीमा में प्रवेश करके लखनऊ और आगरा होते हुए 13 मई को गौतमबुद्धनगर के रबूपुरा पहुंच गई। सीमा हैदर के राज खोलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने बार्डर पर सख्ती बढ़ा दी है। चेंकिग शुरू कर दी है।नेपाल से जुड़े सूत्रों की माने तो नेपाल के बुटवल के लिए दिल्ली की स्पेशल बस चलती है। 12 मई को भी एक बस बुटवल से दिल्ली गई थी। आशंका है कि सीमा हैदर पोखरा से बुटवल पहुंची हो और स्पेशल बस में सवारी होकर खुनुवां होते हुए भारतीय सीमा में प्रवेश कर गई होगी।यह बस उसके लिए इसलिए सुरक्षित है कि इसमें खुनुवां बार्डर पर पहुंचने के बाद सामान की चेकिंग नहीं होती है। न ही सवारियों की चेकिंग की जाती है। अगर चेकिंग होती तो सीमा लांघने से पहले सीमा पुलिस के हत्थे चढ़ गई होती।