तेज प्रताप ने बदली सीट
स्वतंत्रदेश , लखनऊ : बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादवहसनपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। कहा जाता है कि उन्होंने पत्नी ऐश्वर्या राय के डर से अपना महुआ Seat) का चुनाव क्षेत्र बदला है। कयास तो यह भी लगाया जा रहा था कि ऐश्वर्या राय जनता दल यूनाइटेड के टिकट से हसनपुर में भी तेज प्रताप का पीछा नहीं छोड़ेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जेडीयू ने वहां अपने सीटिंग विधायक राजकुमार राय को ही टिकट दिया है। फिर भी यह सवाल तो खड़ा ही है कि अगर ऐश्वर्या राय ने तेज प्रताप यादव के खिलाफ जनता के बीच गईं तब क्या होगा? ऐसे में संभव है कि आरजेडी तेज प्रताप की साली डॉ. करिश्मा राय को ही काट में सामने लाए, जिन्होंने आरजेडी की सदस्यता ली है। जो भी हो, इस हॉट सीट पर मुकाबला दिलचस्प होगा, जिसपर पूरे देश की नजर रहेगी।
ऐश्वर्या से तलाक चाहते तेज प्रताप
विदित हो कि तेज प्रताप यादव की शादी तत्कालीन आरजेडी विधायक व अब जेडीयू नेता चंद्रिका राय (Chandrika Rai) की बेटी ऐश्वर्या राय के साथ 12 मई 2018 को हुई थी, लेकिन इसके छह महीने के भीतर ही तलाक का मुकदमा (Divorce Case) दायर कर दिया। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच संबंध धीरे-धीरे खराब होते गए। तेज प्रताप के तलाक का मुकदमा अभी कोर्ट में लंबित है। इस बीच लालू व चंद्रिका के रास्ते अलग हो गए हैं। माना जा रहा है कि ऐश्वर्या राय अपने अपमान का बदला लेने के लिए लालू परिवार के खिलाफ चुनाव प्रचार कर सकतीं हैं।
परिणाम भांप लालू ने नहीं की पहल
दरअसल, सियायत के माहिर खिलाड़ी लालू प्रसाद यादव ने ऐश्वर्या के तेज प्रताप के खिलाफ मैदान संभालने के परिणाम को भांप लिया है। इसलिए उन्होंने अपनी तरफ से पहल नहीं की है। उन्होंने आरजेडी में शामिल ऐश्वर्या की चचेरी बहन डॉ. करिश्मा राय को अभी तक मैदान में नहीं उतारा है। लालू ने समधी चंद्रिका राय की परंपरागत सीट परसा से लोक जनशक्ति पार्टी से आए छोटे लाल राय को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, बीते साल दो जुलाई को करिश्मा ने कहा था कि पार्टी चाहे तो वे अपने चाचा चंद्रिका राय के खिलाफ भी चुनाव लड़ने लिए तैयार हैं।
ऐश्वर्या का मामला आरजेडी के खिलाफ गरमाएगा, इसका संकेत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुनाव पूर्व की एक वर्चुअल रैली से ही हो गया था। उस दौरान उन्होंने पहली बार लालू परिवार की बहू के बारे में बात करते हुए कहा था कि लोग पढ़े-लिखे लोगों के बारे में बात करते हैं, लेकिन पढ़ी-लिखी ऐश्वर्या राय के साथ क्या व्यवहार हुआ? उनकी बातों के राजनीतिक अर्थ निकाले जाते रहे हैं। जेडीयू के प्रत्याशियों की सूची में ऐश्वर्या राय का नाम नहीं है, लेकिन नीतीश कुमार के उक्त बयान को देखते हुए ऐश्वर्या के जेडीयू द्वारा आरजेडी, खासकर तेज प्रताप व तेजस्वी के खिलाफ उपयोग की संभवाना अभी बरकरार है।