लखनऊ में कोरोना के 330 नए मरीज
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : लखनऊ में कोराना को प्रकोप कम होता दिख रहा है। गत माह 24 घंटे में हजार पार मरीज पाए गए। वहीं, अक्टूबर में तीन सौ के आस-पास मरीजों की संख्या आटिकी है। मगर, वायरस की चेन ब्रेक करने में अफसर नाकाम हो रहे हैं। ऐसे में खतरा बरकरार है। वहीं अस्पतालों में 24 घंटे में लखनऊ के चार मरीजों की सांसें थम गईं।
शहर में 18 सितंबर में 24 घंटे में सर्वाधिक मरीजों की संख्या रही। इस दिन रिकॉर्ड तोड़ 1244 मरीज पाए गए। वहीं, तीस दिनों में सबसे कम मरीज 30 सितंबर को 487 रहे। ऐसे में अक्टूबर में जहां सर्वाधिक मरीज माह के पहले दिन 596 दर्ज किए गए। वहीं, सबसे कम 10 अक्टूबर को 317 मरीज पाए गए। रविवार को भी मरीजों की संख्या 330 रही। ऐसे में संक्रमण पर काबू होता दिख रहा है। मगर, वायरस की चेन ब्रेक न होने तक खतरा बरकरार है। तेजी से फैलने वाला वायरस कभी भी भयावह हो सकता है।
अस्पतालों में कोरोना मरीतों की मौत पर काबू होता नहीं दिख रहा है। हर रोज कई मरीजों की जान जा रही है। रविवार को चार शहरवासियों की मौत हो गई। वहीं, 11 दिनों में अब तक 84 मरीजों की सांसें थम गईं। यह मौतें वेंटिलेटर पर हो रही हैं। वेंटिलेटर के मरीजों की रिकवरी मुश्किल हो रहा है। इसके पीछे अस्पतालों में हीलाहवाली भी है। मरीजों की सेहत की कड़ी मॉनिटरिंग से गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सकती है।
498 ने वायरस ने हराया
शहर में 498 लोगों ने वायरस को हराया। अब यह 14 दिन तक क्वारंटाइन में रहेंगे। रविवार को 65 रोगियों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहीं सर्विलान्स व कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर टीमों द्वारा 6851 लोगों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए।
यहां मिले कई मरीज
इंदिरा नगर में 35, आलमबाग में 14, गोमती नगर में 17, रायबरेली रोड के 27, अलीगंज में 10, चौक में 19, चिनहट में 14, गुडम्बा में 10, हजरतगंज में 15, कैंट में 19, ठाकुरगंज में 10, रायबरेली रोड के 27, महानगर के 11, सरोजिनी नगर के 13 मरीज पाए गए। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों के मरीज रहे।